असम में दिल्ली धमाके पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले 15 आरोपी गिरफ्तार, सीएम हिमंता ने लिया कड़ा एक्शन
दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए बम धमाके ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस धमाके के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। हरियाणा, कश्मीर और अन्य राज्यों में जांच शुरू हो चुकी है। खास बात ये है कि इस घटना का असर पूर्वोत्तर राज्य असम में भी देखने को मिल रहा है। असम में सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसकी जानकारी दी है।
सीएम हिमंत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि हिंसा का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुए बम धमाके के खिलाफ असम पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। पहले 12 नवंबर को 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, और फिर रातभर में 9 और आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
सीएम हिमंत ने अपने पोस्ट में लिखा कि “दिल्ली विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर जो आपत्तिजनक पोस्ट किए गए हैं, उनके खिलाफ पूरे असम में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पहले 6 लोग गिरफ्तार किए गए थे, और अब 9 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कुछ नाम हैं: रफीजुल अली (बोंगाईगांव), फोरिद उद्दीन लस्कर (हैलाकांडी), इनामुल इस्लाम (लखीमपुर), फिरोज अहमद पापोन (लखीमपुर), शाहिल शोमन सिकदर शाहिदुल इस्लाम (बारपेटा), रकीबुल सुल्तान (बारपेटा), नसीम अकरम (होजई), तस्लीम अहमद (कामरूप), और अब्दुर रोहिम मोल्ला बप्पी हुसैन (दक्षिण सलमारा)। असम पुलिस इन हिंसा का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठा रही है।”
आपको बता दें कि 10 नवंबर को दिल्ली की राजधानी पूरी तरह हिल गई। शाम करीब 7 बजे लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास एक कार में जोरदार धमाका हुआ। इस धमाके में 13 लोग मारे गए हैं और कई लोग घायल हैं। घायलों का इलाज लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 12 नवंबर को अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और उनके जल्दी ठीक होने की कामना की।
यह घटना देश में चिंता का विषय बन गई है और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर रही हैं। सरकार का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है और सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। देशवासियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।



