केंद्रीय मंत्री ने रेड्डी को दी चुनौती : ” ओवैसी से मंदिर में आरती करवाएं “
तेलंगाना में आगामी जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। इस सीट के लिए हो रहे चुनाव को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी – अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में डटे हैं। इसी बीच , केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता बंडी संजय कुमार ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि यदि रेवंत रेड्डी में हिम्मत है , तो वह पूर्व सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से मंदिर में आरती करवाएं।
दरअसल , मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस का मतलब मुसलमान और मुसलमान का मतलब कांग्रेस है। इस बयान के बाद से ही राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। भाजपा ने इस पर तीखा प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, रेवंत रेड्डी पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री संजय कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि क्या ओवैसी ने कभी तेलंगाना के भाग्य लक्ष्मी मंदिर में पूजा – अर्चना की है। उनका ताना है कि यदि रेवंत रेड्डी में हिम्मत है , तो वह ओवैसी से मंदिर में आरती करवाएं।
संजय कुमार ने अपने भाषण में कहा , “ जुबली हिल्स के हिंदुओं को वोट बैंक बनाना चाहिए और जीत सुनिश्चित करनी चाहिए। यदि कांग्रेस या बीआरएस उम्मीदवार जीत जाते हैं , तो यहां के त्योहारों का उल्लास खत्म हो जाएगा। रेवंत रेड्डी को चाहिए कि वह अजहरुद्दीन से तिलक लगवाने का भी साहस दिखाएं।”
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि असदुद्दीन ओवैसी 2047 तक इस देश को पूरी तरह से इस्लामिक देश बनाने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रेवंत रेड्डी और ओवैसी मिलकर तेलंगाना को ‘ इस्लामिक बनाने ’ की साजिश रच रहे हैं। संजय कुमार ने यह भी कहा कि यदि कभी ऐसा दिन आए कि वोट पाने के लिए उन्हें टोपी पहननी पड़े , तो वह अपने सिर कटा लेने को भी तैयार हैं।
जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव 11 नवंबर को होने जा रहा है। चुनाव आयोग ने इसकी पुष्टि की है कि यह चुनाव बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही 14 नवंबर को परिणाम का ऐलान किया जाएगा। बता दें कि जून महीने में बीआरएस के विधायक मगंती गोपीनाथ का हृदयाघात से निधन हो गया था , जिसके कारण यह सीट खाली हुई और अब उपचुनाव की घोषणा की गई है।
यह उपचुनाव तेलंगाना की राजनीतिक गतिविधियों में नई ताजगी लेकर आया है। दोनों प्रमुख दल – बीआरएस और कांग्रेस – अपनी – अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में हैं। भाजपा इस चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास कर रही है। चुनाव परिणाम तेलंगाना की राजनीति का भविष्य तय कर सकते हैं , इसलिए राजनीतिक दलों के बीच तीखी जुबानी जंग जारी है।
इस चुनाव में हिंदू बनाम मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति एक बार फिर तेज हो गई है। भाजपा नेता का यह बयान भी इसी संदर्भ में देखा जा रहा है कि कैसे राजनीतिक दल अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए तीखे बयानबाजी का सहारा ले रहे हैं। पूरे प्रदेश में इस चुनाव को लेकर नेताओं की बयानबाजी और राजनीतिक प्रचार अभियान जोर पकड़ रहा है। – Report by : वंशिका माहेश्वरी



