पीएम मोदी का अमेरिका और पाकिस्तान को सख्त संदेश, किसानों की सुरक्षा और ऑपरेशन सिंदूर की गूंज

नई दिल्ली: 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका, पाकिस्तान और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को लेकर स्पष्ट संदेश दिया।
किसानों के हित पर अडिग
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए शुल्क के संदर्भ में कहा कि भारत किसानों और मछुआरों के हितों की रक्षा के लिए किसी भी हानिकारक नीति को स्वीकार नहीं करेगा।
“किसान हमारी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और भारत को कई उत्पादों का शीर्ष उत्पादक बनाया है। मैं किसानों और मछुआरों के हितों की रक्षा के लिए दीवार की तरह खड़ा हूं।”
अमेरिका को अप्रत्यक्ष संदेश
पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कहा कि वैश्विक परिस्थितियों में आर्थिक स्वार्थ बढ़ रहा है। “हम किसी की लकीर को छोटी करने में अपनी ताकत बर्बाद न करें, बल्कि अपनी लकीर को लंबा करने पर ध्यान दें।”
ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान की नींद उड़ी
प्रधानमंत्री ने गर्व से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को उसकी कल्पना से परे नुकसान पहुंचाया। “पाकिस्तान में ऐसी तबाही हुई है कि उसकी नींद उड़ी हुई है। अगर दुश्मनों ने आगे भी हिमाकत की तो मुंहतोड़ जवाब मिलेगा और भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा।”
उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस कत्लेआम ने पूरे भारत को आक्रोश से भर दिया और विश्व को भी चौंका दिया।
सिंधु जल समझौते पर दो-टूक
पीएम मोदी ने सिंधु जल समझौते को ‘अन्यायपूर्ण और एकतरफा’ बताया और कहा कि भारत इसे स्वीकार नहीं करेगा। प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा और किसानों के हितों की रक्षा का संकल्प दोहराता है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की आत्मनिर्भर और दृढ़ छवि को भी मजबूती देता है।