सीतापुर: पत्रकार की हत्या के दो आरोपियों का एनकाउंटर

सीतापुर (उत्तर प्रदेश): पांच महीने पहले सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या से सनसनी फैल गई थी। अब इस केस में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है।
मारे गए आरोपियों की पहचान:
राजू तिवारी उर्फ रिजवान खान
संजय तिवारी उर्फ अकील खान
इन दोनों को सीतापुर पुलिस और नोएडा STF की संयुक्त टीम ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इन पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
पारिवारिक पृष्ठभूमि: हिंदू पिता, मुस्लिम मां
जानकारी के अनुसार, ये दोनों सगे भाई थे। इनके पिता कृष्ण गोपाल तिवारी और मां नाजिमा थीं। पिता ने शादी के बाद इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया और अपना नाम करीम खान रख लिया था। इसी वजह से दोनों बेटों के नाम हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों से जुड़े हुए थे।
राजू तिवारी → रिजवान खान
संजय तिवारी → अकील खान
आपराधिक इतिहास
राजू उर्फ रिजवान पर 2006 में लखीमपुर खीरी में दरोगा परवेज अली की हत्या और उनकी सरकारी रिवॉल्वर लूटने का आरोप था।
संजय उर्फ अकील ने 2011 में सहाय शुक्ला की हत्या की थी।
दोनों पर हत्या, डकैती, लूट जैसे 24 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज थे।
पत्रकार राघवेंद्र की हत्या
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई को कई गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी और आपराधिक नेटवर्क की भूमिका सामने आई थी। पुलिस इन दोनों की तलाश में लंबे समय से जुटी थी।
पुलिस का बयान
पुलिस ने बताया कि इन दोनों को पकड़ने की कोशिश के दौरान एनकाउंटर की नौबत आई, जिसमें दोनों मारे गए। पुलिस के अनुसार, इनके मारे जाने से सीतापुर और आसपास के क्षेत्र में अपराध पर लगाम लगेगी।
सीतापुर एनकाउंटर एक बार फिर यूपी की कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्रवाई को लेकर चर्चा में है। वहीं, राजू-रिजवान और संजय-अकील के दोहरे नाम और मजहबी पृष्ठभूमि को लेकर भी अब राजनीतिक और सामाजिक बहस छिड़ गई है।
