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RDB इंफ्रास्ट्रक्चर का Q1 मुनाफा 186% बढ़ा, शेयर में उतार-चढ़ाव जारी | जानें डिटेल्स

 RDB इंफ्रास्ट्रक्चर का Q1 मुनाफा 186% बढ़ा, शेयर में उतार-चढ़ाव जारी | जानें डिटेल्स
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मुंबई : RDB इंफ्रास्ट्रक्चर एंड पावर लिमिटेड (RDB Infrastructure & Power Ltd) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में शानदार नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ 186.32% बढ़कर ₹2.72 करोड़ हो गया है, जिससे शुरुआती कारोबार में इसके शेयरों में तेजी देखी गई। हालांकि बाद में मुनाफावसूली के चलते शेयर में गिरावट आ गई।

तिमाही नतीजे (Q1 FY 2025-26):

आँकड़े Q1 FY25 Q1 FY24 वृद्धि (%)
शुद्ध लाभ ₹2.72 करोड़ ₹0.95 करोड़ 186.32%
बिक्री ₹67.56 करोड़ ₹30.70 करोड़ 120.07%

शेयर प्रदर्शन:

शेयर खुला: ₹46.49 (3.15% ऊपर)

पिछला बंद: ₹45.07

दिन के अंत में: ₹42.82 (5% लोअर सर्किट)

पिछले 6 दिनों में गिरावट: 11.33%

52-सप्ताह का उच्चतम स्तर: ₹62.68

52-सप्ताह का न्यूनतम स्तर: ₹37.47

मौजूदा मार्केट कैप: ₹741 करोड़

टेक्निकल एनालिसिस:

RDB इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर फिलहाल 5-DMA, 20-DMA, 50-DMA, 100-DMA और 200-DMA जैसे सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है, जो निकट भविष्य में कमजोरी का संकेत देता है। तकनीकी विश्लेषकों के अनुसार, जब तक यह ₹47-₹48 के स्तर को पार नहीं करता, तब तक इसमें रिकवरी सीमित रह सकती है।

पिछला प्रदर्शन:

अवधि रिटर्न
पिछले 2 साल 709% मल्टीबैगर रिटर्न
पिछले 1 साल 52% रिटर्न
YTD (जनवरी 2025 से अब तक) -18.84% गिरावट

पिछली तिमाही (Q4 FY24) की तुलना:

आँकड़े Q4 FY25 Q4 FY24
शुद्ध लाभ ₹1.15 करोड़ ₹(8.69 लाख) घाटा
आय ₹21.82 करोड़ ₹36.84 करोड़
खर्च ₹20.13 करोड़ ₹36.91 करोड़

कंपनी ने खर्च में भारी कटौती की है जिससे लाभ में सुधार हुआ है, हालांकि कुल आय में गिरावट देखी गई है।

ग्लोबल प्रभाव:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की खबर के बाद भारतीय बाजारों में हल्की गिरावट दर्ज की गई। लेकिन इसके बावजूद RDB इंफ्रा के नतीजों ने निवेशकों को शुरुआत में आकर्षित किया। RDB इंफ्रास्ट्रक्चर एंड पावर लिमिटेड ने Q1 में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है, लेकिन शेयर में जारी तकनीकी कमजोरी और मुनाफावसूली से निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। लंबी अवधि के निवेशकों को कंपनी की बैलेंस शीट, प्रोजेक्ट पाइपलाइन और खर्च नियंत्रक नीतियों पर नजर बनाए रखनी चाहिए।

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