तेजस्वी यादव इस जन्म में सीएम नहीं बन सकते

पटना/मोकामा: मोकामा के चर्चित पूर्व विधायक अनंत सिंह बुधवार को जेल से रिहा हो गए हैं और बाहर आते ही बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने न केवल चुनाव लड़ने का ऐलान किया, बल्कि राजद नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तेज हमला बोलते हुए उन्हें चुनौती भी दे डाली।
अनंत सिंह के बयान की प्रमुख बातें:
“तेजस्वी यादव इस जन्म में मुख्यमंत्री नहीं बन सकते, अगला जन्म लेना पड़ेगा।”
“जो नीतीश कुमार से टकरा रहे हैं, उन्हें कोई वोट नहीं देगा।”
“तेजस्वी यादव मोकामा आकर देखें, जमानत ज़ब्त करा देंगे।”
“17 महीने में रोजगार? अपने बाबू-मैया से दिलवा देते!”
“राजद इस चुनाव में 12-15 सीटों पर सिमट जाएगी।”
अनंत सिंह का चुनावी प्लान
अनंत सिंह ने ऐलान किया कि अगला चुनाव वे स्वयं लड़ेंगे, और अगर पार्टी (संकेत जदयू की ओर) से टिकट मिला तो तेजस्वी के खिलाफ भी उतरने को तैयार हैं। वर्तमान में मोकामा से उनकी पत्नी नीलम देवी विधायक हैं, जो राजद के टिकट पर जीतकर आई थीं, लेकिन फ्लोर टेस्ट में जदयू खेमे में शामिल हो गईं।
पृष्ठभूमि: जेल, गैंग केस और रिहाई
अनंत सिंह सोनू-मोनू गैंग कांड सहित कई मामलों में जेल में बंद थे। सभी मामलों में बेल मिलने के बाद अब वे पूरी तरह राजनीतिक सक्रियता में लौटने को तैयार हैं।
बिहार की सियासत में क्या बदलेगा?
अनंत सिंह के बयानों से यह साफ है कि आने वाला बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जदयू, राजद और भाजपा के बीच तिकोनी टक्कर के साथ ही स्थानीय स्तर पर बड़े नामों की सीधी भिड़ंत देखने को मिल सकती है।
अनंत सिंह, जो कभी मोकामा के बाहुबली माने जाते थे, अब खुद को नीतीश कुमार के समर्थक बता रहे हैं और तेजस्वी यादव के खिलाफ खुलकर खड़े हो गए हैं। अनंत सिंह की वापसी से मोकामा की सीट एक बार फिर सुर्खियों में है। तेजस्वी यादव पर उनके तीखे हमले और “सीएम नहीं बन सकते” जैसे बयान से साफ है कि बिहार में व्यक्तिगत और दलगत राजनीति की लड़ाई एक बार फिर गरमाई है। अब देखना होगा कि क्या अनंत सिंह को जदयू से टिकट मिलता है, और क्या तेजस्वी यादव उनकी चुनौती को स्वीकार करते हैं?
