SIR पर चर्चा की मांग के बीच ‘समुद्र माल वहन विधेयक 2025’ पारित

नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में मंगलवार को विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया। जैसे ही दोपहर 2 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों के सदस्यों ने SIR (Special Investigation Report) पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी।
वेल में पहुंचे TMC सांसद, महिला मार्शलों की एंट्री
हंगामे के दौरान तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद ममता बाला ठाकुर सभापति की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर जाकर खड़ी हो गईं। इस पर सुरक्षा में तैनात मार्शल्स ने उन्हें रोका और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अधिक महिला मार्शल भी बुलाए गए। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सदन में तनावपूर्ण माहौल बन गया।
विपक्ष का आरोप, नियमों में दोहरापन
हंगामे के बीच जब नेता विपक्ष को बोलने का मौका मिला, तो उन्होंने कहा, “नियम एक समान होने चाहिए। चाहे सदस्य सत्ता पक्ष से हों या विपक्ष से, सबको समान अधिकार मिलने चाहिए। एक पक्ष को बोलने से रोकना और दूसरे पक्ष को अनुमति देना संसदीय परंपरा के खिलाफ है।”
जेपी नड्डा का पलटवार
इस पर नेता सदन जेपी नड्डा ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “जो लोग खुद सदन में व्यवधान डाल रहे हैं, उन्हें ‘प्वाइंट ऑफ ऑर्डर’ उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। सदन को सुचारु रूप से चलाने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की है।” नड्डा ने आगे कहा कि जिन लोगों ने समुद्र माल वहन विधेयक 2025 (Shipping of Goods by Sea Bill 2025) पर बोलना था, वे अपनी सीट छोड़कर सिर्फ SIR पर चर्चा की मांग दोहराते रहे।
हंगामे के बीच बिल पारित
विपक्ष के विरोध और हंगामे के बावजूद, ‘समुद्र माल वहन विधेयक 2025’ को ध्वनि मत से राज्यसभा में पारित कर दिया गया। उपसभापति ने हंगामे को नजरअंदाज करते हुए विधेयक पर चर्चा पूरी करवाई और फिर इसे पारित किया गया।
