ट्रंप के टैरिफ पे थरूर की शानदार प्रतिक्रिया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया, जिसे पूरी दुनिया ने एक बड़े झटके के रूप में देखा। इस फैसले से भारत की आर्थिक और कूटनीतिक स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं। लोग सरकार से जवाब माँग रहे हैं, जहां एक और ट्रम्प ने भारत की इकॉनमी को डेड ेकय कह दिया और कांग्रेस नेट राहुल गाँधी ने भी इस बात को फैक्ट बताया तो वही दूसरी ओर कांग्रेस सांसद शशि थरूर का मानना है कि यह भारत के लिए ‘चेतावनी नहीं, मौका’ है।
थरूर ने कहा कि ट्रंप का यह कदम सिर्फ ट्रेड का मसला नहीं है, बल्कि यह एक बड़ी कूटनीतिक चाल है। अमेरिका चाहता है कि भारत अपनी स्वतंत्र विदेश नीति छोड़कर वाशिंगटन के साथ खड़ा हो जाए, खासकर रूस के साथ रक्षा और ऊर्जा सहयोग को लेकर। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके फैसले स्वतंत्रता और राष्ट्रीय हितों के आधार पर हैं, किसी के दबाव में नहीं।
थरूर ने यह भी कहा कि ट्रंप का यह कदम भारत की रणनीतिक स्वायत्तता को चुनौती देता है, लेकिन भारत ने हार न मानते हुए अपनी नीति को कायम रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थिति भारत के लिए तीन स्तरों पर अवसर लेकर आई है।
पहला, यह डिप्लोमैटिक स्पष्टता का मौका है, जिसमें भारत अपने स्टैंड पर अड़ा रहे। दूसरा, हमें यूरोपीय यूनियन, ब्रिटेन, आसियान और ग्लोबल साउथ के साथ मजबूत संबंध बनाने होंगे, जिससे हम अपने प्रोडक्शन कॉस्ट को कम कर सकें, स्किल अपग्रेड कर सकें और टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ा सकें।
थरूर का मानना है कि यह टैरिफ वॉर भारत को तीन संदेश दे गया है। पहला, दुनिया अब ट्रेड को भी रणनीतिक हथियार बना रही है। दूसरा, भारत को हर वैश्विक झटके को अवसर में बदलना सीखना होगा। और तीसरा, स्पष्ट विदेश नीति ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है, जिसे हमें मजबूत बनाए रखना है।
