ट्रंप के टैरिफ पर सरकार को घेर रही कांग्रेस, पर थरूर ने दिया अलग रिएक्शन; कही चुभने वाली बात

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान किया है। इसके अलावा उन्होंने भारत पर जुर्माना लगाने की भी बात कही है। ट्रंप के टैरिफ वाले एलान के बाद देश में सियासत गरमा गई है। विपक्ष को बैठे बिठाए सरकार को घेरने का एक मौका मिल गया है।
हालांकि, बीजेपी नेताओं का कहना है कि इस मसले पर सरकार उचित तरीके से निपटेगी। ट्रंप के टैरिफ वाले एलान के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने सरकार से तमाम सवाल किए। इस बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर की टिप्पणी भी सामने आई है।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हमारे पास एक अच्छा और मजबूत घरेलू बाजार है। हमें अपने वार्ताकारों को सर्वोत्तम संभव सौदा खोजने के लिए पूरा समर्थन देना चाहिए। थरूर का ये बयान कांग्रेस के अन्य नेताओं से थोड़ा अलग जरूर है।
जानिए क्या बोले शशि थरूर?
संसद परिसर में समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण वार्ता है। हम कई देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं। अमेरिका अकेला ऐसा देश नहीं है जिसके साथ बातचीत चल रही है।
यूरोपीय संघ के साथ हमारी बातचीत चल रही है, हमने ब्रिटेन के साथ एक समझौता कर लिया है, और हम अन्य देशों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं। अगर हम अमेरिका में प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते, तो हमें अमेरिका के बाहर अपने बाजारों में विविधता लानी पड़ सकती है।
‘हमारे पास अपना घरेलू बाजार’
थरूर ने आगे कहा कि हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। अगर अमेरिका अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह से अनुचित है, तो हमें कहीं और जाना होगा। यही भारत की ताकत है; हम चीन की तरह पूरी तरह से निर्यात पर निर्भर अर्थव्यवस्था नहीं हैं। हमारे पास एक अच्छा और मजबूत घरेलू बाजार है। हमें अपने वार्ताकारों को सर्वोत्तम संभव सौदा खोजने के लिए पूरा समर्थन देना चाहिए। अगर कोई अच्छा सौदा संभव नहीं है, तो हमें पीछे हटना पड़ सकता है।
ट्रंप ने किया भारत पर टैरिफ का एलान
गौरतलब है कि बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान किया। इसके अलावा उन्होंने भारत पर जुर्माना ठोकने की भी बात कही।
भारत की ओर से ट्रंप के इस फैसले पर कहा गया कि भारत और अमेरिका पिछले कुछ महीनों से एक निष्पक्ष और दोनों के लिए फायदेमंद व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। भारत ने साफ किया कि वह इस लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है।
