Facebook Twitter Instagram youtube youtube

‘ऑपरेशन महादेव में मारे गए पहलगाम हमले के आतंकी’, लोकसभा में बोले अमित शाह

 ‘ऑपरेशन महादेव में मारे गए पहलगाम हमले के आतंकी’, लोकसभा में बोले अमित शाह
Spread the love

नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर लोकसभा में दूसरे दिन भी विशेष चर्चा जारी रही। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पहले दिन की चर्चा के दौरान विपक्ष की तरफ से उठाए गए सवालों पर जवाब दिया। शाह ने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पहलगाम में धर्म पूछ कर लोगों की बर्बरता से हत्या की गई। केंद्रीय गृह मंत्री ने हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति हृदय की गहराइयों से संवेदनाएं व्यक्त की।

क्या बोले अमित शाह?

उन्होंने कहा पहलगाम आतंकी हमले की जांच हमने तुरंत एनआईए को सौंपी, जो दुनिया की मानी हुई जांच एजेंसी है। जांच में मृतकों के परिजनों, पर्यटकों, खच्चर संचालकों, विभिन्न दुकान में काम करने वाले लोगों समेत 1055 लोगों से पूछताछ की गई और इसे वीडियो रिकॉर्ड किया गया।

बाद में इसके आधार पर स्केच बनाया गया। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिन्होंने बताया कि तीन आतंकी हमले से पहले बैसारण के ढोक इलाके में आए थे। दो ने काली पोशाक पहनी थी और एक ने छद्म वेश धरा हुआ था। वो कुछ सामान लेकर वहां से चले गए।

इसके बाद स्केच बनाया गया। गिरफ्तार लोगों ने ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकियों की पहचान करके पुष्टि की है कि ये वही आतंकी थे। हमले में दो एके-47 एक एम कार्बाइन का प्रयोग किया गया था।

इन आतंकियों के आका कैसे मारे गए, इसके बारे में भी बताऊंगा। मुझे लगा कि जब ये सूचना सुनेंगे तो सत्ता-विपक्ष में खुशी की लहर छा जाएगी, लेकिन इनके तो चेहरों पर जैसे स्याही पड़ गई है। आतंकी मारे गए हैं तो आपको इससे भी परेशानी है, ये कैसी राजनीति है? बैलिस्टिक रिपोर्ट मेरे हाथ में है।

सुरक्षा विशेषज्ञों ने खुद मुझे फोन करके बताया है कि ऑपरेशन महादेव में मिली ये वही गोलियां हैं, जो पहलगाम में चलाई गईं थी। पहलगाम आतंकी हमलों में मारे गए लोगों के परिजनों को यह बताना चाहता हूं कि मोदी सरकार ने आतंकियों को भी मारा और उन्हें भेजने वाले उनके आकाओं को भी मारा। मैं विश्वास दिलाता हूं कि आने वाले दिनों में कोई ऐसी हिमाकत नहीं करेगा।

अमित शाह ने कहा कि ‘पहलगाम आतंकी हमला एक बजे हुआ और मैं शाम साढ़े पांच बजे श्रीनगर में उतर चुका था। 23 अप्रैल को एक सुरक्षा मीटिंग की गई, सभी सुरक्षाबलों के साथ इस बैठक में ये तय किया गया कि पहलगाम आतंकी हमले के आरोपी पाकिस्तान भाग न पाएं और हमने इसकी व्यवस्था की।

हमें दाचिगाम में आतंकियों की मौजूदगी का पता चला। मई से 22 जुलाई तक इस सूचना की पुष्टि की कोशिश की गई। सेना, सीआरपीएफ और आईबी के अधिकारी आतंकियों के सिग्नल पाने के लिए घूमते रहे। हमें जब सिग्नल मिल गए तो आतंकियों को घेरा गया।

कुल मिलाकर कल जो ऑपरेशन हुआ, उसमें हमारे निर्दोष नागरिकों को मारने वाले तीनों आतंकी मौत के घाट उतार दिए गए। सुलेमान उर्फ फैजल जट, अफगान और जिब्रान नामक आतंकियों ने ही पहलगाम आतंकी हमला किया।

जिन लोगों ने इन आतंकियों को मदद की थी, उनसे भी पहचान कराई गई कि ये ही पहलगाम में हमला करने वाले आतंकी थे। साथ ही घटनास्थल से मिले कारतूस की एसएफएल जांच कराई गई। कल के ऑपरेशन में मिले कारतूस की भी जांच की गई और राइफल्स को चंडीगढ़ भेजकर भी जांच कराई गई। इन सभी जांच में तय हो गया कि ये तीनों वही आतंकी थे।’

ऑपरेशन महादेव की दी जानकारी

अमित शाह ने कहा कि पहलगाम जैसी घटना पर चर्चा भी होनी चाहिए और चिंता भी होनी चाहिए। मैं पूरे देश को ऑपरेशन महादेव की जानकारी देना चाहता हूं। शाह ने कहा कि ऑपरेशन महादेव में सुलेमान उर्फ फैजल, अफरान और जिबरान तीनों आतंकी मारे गए। यह सेना, सीआरपीएफ के जॉइंट ऑपरेशन था।

इनमें से सुलेमान लश्कर ए तैयबा का कमांडर था और पहलगाम हमले में लिप्त था। इसके सबूत हमारी एजेंसियों के पास हैं। बाकी दोनों आतंकी भी ए ग्रेड आतंकी थे। मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं जिन्होंने बैसारण घाटी में हमारे लोगों को मारा था, ये तीनों आतंकी वही थे और तीनों को मारा गया है।

 

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *