अब छांगुर के करीबियों पर योगी सरकार का एक्शन, अवैध अतिक्रमण पर चला बुलडोजर

बलरामपुर। बड़े पैमाने पर हिंदू युवतियों को मतांतरित कराने वाले जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के करीबियों की मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ेंगी। छांगुर के करीबी भतीजे सबरोज के घर बुलडोजर चल गया है। कागजी कोरम पूरा करने के बाद स्थानीय प्रशासन कार्रवाई में जुट गया है। छांगुर और उसके सहयोगियों से जुड़ी संपत्तियों का विवरण जिला प्रशासन ने तलब किया है।
अब तक 10 संपत्ति चिह्नित
इसके लिए लेखपाल, तहसीलदार व अन्य राजस्व अधिकारियों को लगाया गया है। राजस्व अधिकारी और कर्मचारी छांगुर, सहयोगी नीतू उर्फ़ नसरीन, नवीन उर्फ़ जमालुद्दीन व छांगुर के बेटे महबूब के नाम की संपत्तियों का विवरण एकत्र किया है। अब तक 10 संपत्ति चिह्नित की गई हैं। बताया जाता है की संपूर्ण विवरण मिलने के बाद अवैध संपत्तियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी है। इसे लेकर छांगुर के करीबियों की बेचैनी बढ़ गई है।
आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) की FIR में छांगुर समेत 18 लोगों के नाम हैं। इसमें से आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। नौ की तलाश एटीएस कर रही है। इन सभी करीबियों की संपत्ति का भी डाटा एकत्र किया जा रहा है। इसके साथ ही उतरौला नगर और आसपास गांव में आवासीय प्लाटिंग करने वालों की भी कुंडली तैयार की जा रही है। इसमें भी छांगुर कनेक्शन की तलाश की जा रही है, क्योंकि छांगुर, नीतू, नवीन व महबूब का विदेशी फंडिंग से जमीन का कारोबार करने की बात सामने आई है।
जांच एजेंसियों के इनपुट के आधार पर स्थानीय प्रशासन जमीन के कारोबार से जुड़े लोगों का पूरा विवरण जुटा रही है। इसमें कई कारोबारियों की पुलिस से अच्छी बनती है। उन पर भी नजर रखी जा रही है। छांगुर व सहयोगियों ने जो भी संपत्ति बनाई है, वह 2020 और 2021 में ही खरीदी गई है।
उपजिलाधिकारी सत्यपाल प्रजापति ने बताया कि राजस्व कर्मियों से जमीन कारोबार से जुड़े लोगों का विवरण तैयार कराया जा रहा है। सबरोज के कब्जे से जमीन खाली कराने की प्रक्रिया चल रही है।
अब तक 10 संपत्ति चिह्नित
अब तक जो संपत्ति मिली है, उसमें 2020 में नीतू के मधपुर में एक करोड़ 25 लाख रुपये में कृषि भूमि खरीदी थी। इसके बाद 2021 में चार संपत्ति लीं। इसमें नवीन के नाम से चांद औलिया मधपुर में 65 लाख, इसी गांव में 42 लाख, नीतू के नाम से उतरौला नगर के सुभाषनगर मुहल्ले में 64 लाख, लालगंज उतरौला में एक करोड़ 15 लाख रुपये में खरीदी थी।
इसके साथ ही मधपुर, सुभाषनगर, मनकापुर मार्ग उतरौला, रेहरामाफी गांव में जमीन चिह्नित की गई है। कुल मिलाकर अब तक 10 संपत्ति उतरौला एवं आसपास मिली है। अन्य जिलों में भी खोज की जा रही है।
