गाजा में 100 से ज्यादा बच्चों की भूख से मौत, हालात हर रोज बद से बदतर

तेल अवीव। गाजा में इजराइली हमलों के बीच हालात बेहद भयावह होते जा रहे हैं। इजराइली फौज की भारी बमबार के बीच मौत का कहर देखने वाले बेगुनाह फिलिस्तीनियों को अब भूख-प्यास की मार झेलनी पड़ रही है। इजराइल ने अवैध तरीके से गाजा की नाकाबंदी कर दी है।
यूनाइटेड नेशन (UN) ने गाजा में भूखमरी और कुपोषण को लेकर मानवाधिकार संगठनों और दुनिया को आगाह किया है। यूनाइटेड नेशन हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि गाजा में हर पांच में से एक बच्चा कुपोषण का शिकार है। गाजा में अब हालात हर रोज बद से बदतर होते जा रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र की रिलीफ एजेंसी (UNRWA) के प्रमुख फिलिप लाजारिनी ने बताया कि गाजा के लोग जिंद और मौत से लड़ रहे हैं। वह चलती-फिरती लाशें बन चुके हैं। इजराइली क्रूरता और नाकाबंदी की वजह से अब तक 100 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत सिर्फ भूख की वजह से हो चुकी है, जिनमें से ज्यादातर छोटे बच्चे हैं।
बाजार में खाना भी इतना महंगा है कि आम आदमी खरीद ही नहीं सकता। आम आदमी गहने और जरूरी सामान बेचकर सिर्फ आटा खरीदने को मजबूर हैं।
हर 5 में से एक बच्चा कुपोषित
UNRWA प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी के मुताबिक़, ग़ाज़ा सिटी के हर पाँच में से एक बच्चा कुपोषित है। मानवतावादी सहायता बाधित होने की वजह से यह सँख्या हर दिन बढ़ रही है। इन बच्चों को तुरन्त तत्काल इलाज के ज़रूरत है, लेकिन संसाधन कम हैं। ग़ाज़ा पट्टी में, मार्च के शुरू से मई के मध्य तक, लगातार 80 दिनों तक कोई भी मदद नहीं पहुँचाई गई, जिससे वहाँ की आबादी भुखमरी के कगार पर पहुँच गई।
