अयोध्या नहीं, अब गोरखपुर में कांग्रेस का मंथन; पूर्वांचल के 12 जिलों की होगी बैठक

गोरखपुर। कांग्रेस कमेटी की अयोध्या में प्रस्तावित पूर्वांचल जोन के 12 जिलों की बैठक अब गोरखपुर में होगी। कांवड़ यात्रा के कारण मार्ग परिवर्तित होने के मद्देनजर बैठक की जगह बदली गई है। पूर्वांचल जोन की बैठक अयोध्या में कर संगठन को मजबूत दिखाते हुए कांग्रेस बड़ा संदेश देना चाह रही थी। कांग्रेसियों का कहना है कि जल्द ही अयोध्या में बैठक कर सरकार को बड़ा संदेश दिया जाएगा।
कांग्रेस संगठन का हाल के दिनों में विस्तार हुआ है। इस विस्तार में ब्लाक अध्यक्षों का भी चयन किया गया है। इससे पहले जिला संगठन का विस्तार किया गया था। पार्टी का मानना है कि सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी ब्लाक अध्यक्षों की होती है। वह सीधे जनता के बीच में रहते हैं।
इस कारण ब्लाक अध्यक्षों को अपनी बात रखने, पार्टी की नीतियों के बारे में बताने, भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने के लिए खास तौर से प्रशिक्षित करना चाहिए। इन ब्लाक अध्यक्षों के कार्यों पर नजर रखने के लिए जिला संगठन के सचिवों को जिम्मेदारी दी गई है।
इन सचिव को ब्लाक का संगठन प्रभारी बनाया गया है। इसके साथ ही जिले के कंट्रोल रूम में काम करने वाले प्रभारी को भी प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया है। इनको कार्यकर्ताओं से अच्छे व्यवहार के साथ ही शिकायतों व सवालों का त्वरित निस्तारण करने की दिशा में प्रयास करने के लिए तैयार किया जाएगा।
राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश अध्यक्ष आएंगे
कांग्रेस के पूर्वांचल जोन की बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मौजूद रहेंगे। राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल बैठक की तैयारियों के लिए शनिवार को ही गोरखपुर पहुंच जाएंगे।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा पूर्वांचल जोन की बैठक की जिम्मेदारी गोरखपुर को मिलना हम सभी के लिए गर्व की बात है। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष ने गोरखपुर से ही पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण की शुरुआत की थी। संगठन एकजुट है और हम जनता तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। भाजपा की गलत नीतियों के कारण लोग त्रस्त हैं। कांग्रेस ही आशा की किरण है।
