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बाराबंकी: स्कूल का पहला दिन बना काल, “साइलेंट अटैक” के चलते पिता की गोद में मासूम ने तोड़ा दम

 बाराबंकी: स्कूल का पहला दिन बना काल, “साइलेंट अटैक” के चलते पिता की गोद में मासूम ने तोड़ा दम
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बाराबंकी से नितेश मिश्रा शांडिल्य की रिपोर्ट

बाराबंकी। गर्मी की छुट्टी खत्म होने के बाद 1 जुलाई को जैसे स्कूल खुलते है, अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजते है, लेकिन वह स्थिति क्या होगी जब स्कूल के पहले दिन ही एक पिता की गोद में उसके बेटे का निधन हो जाए। हृदय को झकझोर के रख देने वाली यह घटना यूपी के बाराबंकी से सामने आई है।

इस घटना ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया, विधायक प्रबंधन ने भी कंडोलेंस जारी कर विद्यालय में अवकाश कर दिया, जिसने भी यह घटना सुनी वह द्रवित हो उठा। हर कोई इस घटना का कारण जानने के लिए व्याकुल रहा।

स्कूल भी नही पहुंच पाया था मासूम

मामला नगर कोतवाली क्षेत्र में पड़ने वाले सेंट एंथनी विद्यालय का है। यहां कक्षा 7 में पढ़ने वाला 12 वर्षीय अखिल प्रताप सिंह गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल के पहले दिन 1 जुलाई को अपने पिता जितेंद्र प्रताप सिंह के साथ अर्टिगा कार से आता है।

कार से उतरते ही स्कूल का बैग टांगते ही उसकी तबियत बिगड़ी, बदहवास पिता अपने मासूम बच्चे को लेकर सीढ़ियों पर बैठ गया और आनन फानन में स्थानीय लोगों की मदद से उपचार के लिए लेकर गया जहां डॉक्टर्स ने मासूम को मृत घोषित कर दिया।

पिता ने बताया था बेटे को नहीं थी कोई बीमारी

मासूम अखिल के पिता जितेंद्र प्रताप सिंह जनपद के घेरी बिशुनपुर के रहने वाले है। पेशे से व्यापारी जितेंद्र की पत्नी एक शिक्षिका है और अखिल उनकी एकमात्र संतान था। टेलिफोनिक चर्चा में जितेंद्र ने बताया वह सुबह बेटे को स्कूल छोड़ने आए थे और उनके बेटे को न ही कोई बीमारी थी न किसी प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहा था। जिस समय घटना हुई उनके बच्चे को चक्कर और एक के बाद एक कई उल्टियां हुई, उसके बाद बच्चा बेसुध हो गया।

पीएम न होने से स्पष्ट नहीं हो सका मौत का सटीक कारण

बहरहाल, बदहवास पिता ने भारी मन के साथ बेटे का अंतिम संस्कार किया, हालांकि पीएम (पोस्टमार्टम) न होने के कारण मौत का सटीक कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।

वही, इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी बॉलीबॉल संघ के सचिव पवन सिंह ने बताया कि घटना सुबह 7:15 मिनट पर घटित हुई, वह मॉर्निंग वॉक से लौट रहे थे इसे दौरान उनके घर की सीढ़ियों पर जितेंद्र अपने पुत्र को गोद में लिए बैठे थे।

उन लोगों ने सहयोग करते हुए पास ही अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर्स ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया जिसके बाद उसके पिता उसे लखनऊ के निजी अस्पताल भी लेकर गए लेकिन मासूम की जान न बचाई जा सकी।

छात्र की मौत का CCTV फुटेज आया सामने

पवन सिंह द्वारा घटना का सीसीटीवी भी उपलब्ध कराया गया जिसमें यह पूरी घटना कैद हुई है। इस घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार भी खूब गरम रहा, वैसे मामले में घटना को लेकर वरिष्ठ चिकित्सक भी अचरज में हैं।

लखनऊ के मेयो कॉलेज के प्रोफेसर एवं सीनियर बाल रोग विशेषज्ञ मो.काशिफ के अनुसार घटना के कई कारण हो सकते हैं, कार्डियक के अलावा ब्रेन हैम्रेज भी एक कारण अकस्मात मृत्यु का कारण हो सकता है।

वैसे बाल रोग विशेषज्ञ का दावा है कि इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक की सम्भावना संभव नहीं है या ये कह लें कि नहीं के बराबर है, डॉक्टर्स का मानना है कि अभिभावकों को बच्चों के रूटीन चेकअप जरूर कराना चाहिए।

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