कांवड़ मार्ग विवाद: पैंट उतरवाने पर हिंदू संगठन के 6 को नोटिस, होटल संचालक समेत 5 पर भी केस

मुजफ्फरनगर। उप्र के मुजफ्फरनगर में कांवड़ रूट विवाद गहराता जा रहा है। जिले में दिल्ली-देहरादून हाइवे स्थित एक ढाबे पर कांवड़ यात्रा के दौरान हुए ‘पहचान अभियान’ मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है।
पहले तो हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं पर होटल कर्मचारी की पैंट उतरवाने के आरोप लगे। वहीं, अब होटल संचालक और उसके चार साथियों पर भी होटल मैनेजर को बंधक बनाकर मारपीट करने का केस दर्ज हो गया है।
होटल पर लगे थे दो बारकोड
मामला नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के ‘पंडित शुद्ध वैष्णो भोजनालय’ से जुड़ा है, जहां 28 जून को बघरा आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज अपने अनुयायियों के साथ ‘पहचान अभियान’ के तहत पहुंचे थे।
आरोप है कि यहां होटल स्टाफ की पैंट उतरवाकर उसकी धार्मिक पहचान जानने की कोशिश की गई। उस वक्त सामने आया था कि होटल में दो बारकोड थे- एक मुस्लिम नाम ‘सनव्वर’ और एक हिंदू नाम ‘अनीता देवी’ के नाम से।
होटल संचालक सहित पांच पर केस
घटना के बाद होटल मैनेजर धर्मेंद्र भारद्वाज ने पुलिस को बताया कि होटल की असलियत बताने के बाद संचालक सनव्वर (निवासी खतौली) और उसके बेटों जुबेर और आदिल ने उसे बंधक बनाकर मारपीट की।
पुलिस ने इस आधार पर सनव्वर, उसकी पत्नी दीक्षा शर्मा (निवासी भोला झाल, मेरठ), दो बेटों और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
स्वामी यशवीर से तीन दिन में जवाब तलब
दूसरी ओर, होटल कर्मचारी की पैंट उतरवाने और जबरन पहचान पूछने के मामले में पुलिस ने स्वामी यशवीर महाराज की टीम के छह सदस्यों को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने को कहा है।
इस पर स्वामी यशवीर ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर चेतावनी दी है कि यदि उनकी टीम पर मुकदमा दर्ज हुआ तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।
स्वामी यशवीर ने कहा कि सनातन समाज उनके साथ है। वे देवी-देवताओं के नाम के गलत इस्तेमाल नहीं होने देंगे, चाहे जेल हो क्यों न जाना पड़े। फिलहाल, कांवड़ यात्रा के बीच इस तरह का विवाद अब धार्मिक और राजनीतिक रंग लेता नजर आ रहा है।
