ADA बाबू के बादशाही ठाठ, आमदनी 79 लाख संपत्ति बनाई 2.70 करोड़; विजिलेंस जांच में खुली पोल

आगरा। आगरा विकास प्राधिकरण (ADA) के करोड़पति बाबुओं के कच्चे चिट्ठे विजिलेंस की जांच में सामने आ रहे हैं। बाबू के बादशाही ठाठ की शिकायत शासन में करने पर विजिलेंस ने जांच की हैरान रह गई। अपने सेवाकाल के दौरान बाबू हरिओम शर्मा ने कुल आय 78.83 लाख रुपये अर्जित की।
इस दौरान उसने 2.70 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति बना ली। विजिलेंस जांच में बाबू हरिओम 1.91 करोड़ रुपये का लेखा-जोखा नहीं दे सके। आय से अधिक संपत्ति के मामले में बाबू के विरुद्ध विजिलेंस थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है।
एडीए के तत्कालीन बाबू हरिओम शर्मा के विरुद्ध वर्ष 2022 में आय से अधिक संपत्ति के मामले में शासन ने खुली जांच के आदेश दिए गए थे। वह संपत्ति विभाग समेत कई पटल पर काम कर चुके थे। भ्रष्टाचार की जांच आगरा विजिलेंस को सौंपी गई थी।
आय से अधिक संपत्ति की जांच के बाद विजिलेंस ने की कार्रवाई
विजिलेंस ने लिपिक हरिओम शर्मा के विरुद्ध खुली जांच शुरू की थी। सेवाकाल के विभिन्न स्रोतों से हासिल कुल आय के बारे में साक्ष्य जुटाए तो वह 78.83 लाख रुपये थी।
हरिओम शर्मा द्वारा अर्जित चल-अचल संपत्ति एवं अन्य का ब्योरा जुटाया गया तो वह 2.70 करोड़ रुपये से अधिक था। आय और अर्जित संपत्ति एवं व्यय के बीच 1.91 करोड़ रुपये के अंतर के बारे में बाबू से स्पष्टीकरण मांगा गया।
सेवानिवृत्त बाबू के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज
व्यय के स्रोतों की जानकारी मांगी गई। बाबू संतोषजनक स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं कर सका। एसपी विजिलेंस आलोक शर्मा ने बताया कि बाबू के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है।
कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर दर्ज होंगे मुकदमे
विजिलेंस ने खुली जांच पूरी करके रिपोर्ट शासन को भेजी थी। जिसमें कई विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की थी।
इनमें कई मामलों में मुकदमा दर्ज करने की अनुमति शासन की ओर से दी गई है। जुलाई में कई और मुकदमे दर्ज होंगे। अधिकांश मामले भ्रष्टाचार करके आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के हैं।
