बच्चे की तरह सीख रहा हूं, अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला का पहला वीडियो मैसेज; और क्या-क्या बताया

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष से धरती पर पहला संदेश भेजा है। यह संदेश स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से भेजा गया। एक्सिओम मिशन-4 के साथ वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर जा रहे हैं।
उन्होंने अंतरिक्ष से कहा कि वे वहां बच्चों की तरह नई चीजें सीख रहे हैं। बता दें कि एक्सिओम-4 मिशन न केवल एक वैज्ञानिक उपलब्धि है, बल्कि भारत की वैश्विक तकनीकी शक्ति के रूप में उभरती स्थिति का प्रमाण है।
बच्चे की तरह सीख रहा हूं
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने स्पेस से धरती के लोगों को नमस्कार किया। उन्होंने कहा कि वे और उनका क्रू अंतरिक्ष में आकर बहुत खुश हैं। उन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा को ‘अद्भुत’ बताया है। उन्होंने कहा, ‘यह एक छोटा कदम है, लेकिन भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की दिशा में एक स्थिर और ठोस कदम है,
अंतरिक्ष में चहलकदमी करना और खाना-पीना, एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं।’ इसका मतलब है कि वे अंतरिक्ष में घूमना और खाना-पीना जैसी चीजें सीख रहे हैं, जैसे कोई बच्चा सीखता है।
शुभांशु ने बताया कि यह उनके लिए एक सपने जैसा था। उन्होंने पृथ्वी को ऊपर से देखा और माइक्रोग्रैविटी में तैरने का अनुभव किया। लॉन्च के 10 मिनट बाद उन्होंने सूरज और तारों को देखा। शुभांशु ने बताया कि अंतरिक्ष यात्रा उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा था।
उन्होंने कहा, ‘लॉन्च के बाद जब मैंने पृथ्वी को नीचे से देखा, तो ऐसा लगा जैसे कोई चित्रकार ने नीला और हरा रंग मिलाकर एक कैनवास बनाया हो। माइक्रोग्रैविटी में तैरना मजेदार है, लेकिन शुरुआत में थोड़ा अजीब लगा।’
लखनऊ में जन्मे शुक्ला की उड़ान फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से सुबह 2:31 बजे ईडीटी (भारतीय समयानुसार दोपहर 12 बजे) पर फाल्कन 9 रॉकेट पर एक नए स्पेसएक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में लॉन्च हुई थी।
पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है अंतरिक्ष यान
नासा ने एक अपडेट में बताया, ‘बुधवार को 2:31 बजे ईडीटी पर कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होने के बाद स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की ओर बढ़ रहा है, जिसमें एक्सिओम मिशन 4 के चालक दल के चार सदस्य हैं।’
ड्रैगन में एक्स-4 कमांडर पैगी व्हिटसन, पायलट शुभांशु शुक्ला और मिशन विशेषज्ञ स्लावोज उज्नान्स्की-विज्निएव्स्की और टिबोर कपू सवार हैं।
