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आतंक फैलाने वालों को पीड़ितों के बराबर रखने में यकीन नहीं करते, साफ-साफ बोले जयशंकर

 आतंक फैलाने वालों को पीड़ितों के बराबर रखने में यकीन नहीं करते, साफ-साफ बोले जयशंकर
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नई दिल्ली। ब्रिटेन और भारत के बीच FTA (Free Trade Agreement) पर सहमति बनने के एक महीने बाद ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी भारत दौरे पर हैं। रणनीतिक साझेदारी के अलग-अलग पहलुओं की समीक्षा के मकसद से किए जा रहे इस दो दिन के दौरे को आर्थिक नजरिया से खासा अहम माना जा रहा है।

इस दौरान शनिवार को जयशंकर और लैमी की दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधि स्तर की बातचीत हुई। जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ब्रिटेन की ओर से समर्थन देने के लिए शुक्रिया कहा।

इस मौके पर जयशंकर ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाता है। उम्मीद करते हैं कि हमारे सहयोगी इस बात को समझेंगे। उन्होंने साफ किया कि भारत कभी भी आतंक फैलाने वालों को पीड़ित के बराबर रखने में विश्वास नहीं रखता।

जयशंकर ने बीती 6 मई को भारत और ब्रिटेन के बीच हुए FTA और डबल कंट्रीब्यूशन समझौते को मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि इससे ना सिर्फ व्यापार और निवेश को बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि इससे द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक पहलुओं पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों ने रणनीतिक एक्सपोर्ट और टेक्नोलॉजी को-ऑपरेशन डायलॉग भी शुरू किया है। ब्रिटेन- भारत के बीच इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनैंशल फ्रेमवर्क भी ब्रिटेन से भारत आने वाले वित्तीय प्रवाह को आसान बना सकता है, जिस हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर डायलॉग में काफी योगदान होगा।

गौरतलब है कि इससे पहले 17 मई को ही लैमी ने पाकिस्तान का दौरा भी किया था। लैमी ने पाकिस्तान के दौरे पर पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि जल्द ही वो भारत के दौरे पर भी आएंगे और आतंकवाद के खात्मे को लेकर भी बात करेंगे।

आर्थिक रिश्तों पर जोर

लैमी दो दिन के दौरे पर शनिवार सुबह नई दिल्ली पहुंचे। ब्रिटिश उच्चायोग के बयान के मुताबिक, लैमी का दौरा प्रवासन साझेदारी की प्रगति से भी जुड़ा है। माइग्रेशन ब्रिटिश सरकार के प्राथमिक अजेंडों में से एक है।

दोनों देशों के बीच हुए FTA के अमल में आने के बाद रोजगार और आर्थिक प्रगति के रास्ते खुलेंगे। इस डील से द्विपक्षीय व्यापार के हर साल 25 बिलियन पाउंड बढ़ने की संभावना है।

लैमी ने कहा कि बतौर विदेश मंत्री भारत का दौरा, उनके सबसे पहले विदेशी दौरों में था। उन्होंने ट्रेड डील का जिक्र करते हुए कहा कि करार तो सिर्फ शुरुआत है। हम भारत के साथ महत्वाकांक्षी आधुनिक साझेदारी कायम कर रहे हैं।

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