अखिलेश यादव का भाजपा पर तीखा हमला: “हर अच्छा काम खराब करना इनकी आदत है”

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को राजधानी लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने योगी सरकार की नीतियों, कानून व्यवस्था, विकास कार्यों, शिक्षा, रोजगार, और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी और कहा कि भाजपा की सरकार ने न केवल समाजवादी सरकार के कार्यों को बर्बाद किया, बल्कि लोकतंत्र और प्रशासन को भी कमजोर किया है।
रिवर फ्रंट को लेकर भाजपा पर आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि गोमती रिवर फ्रंट देश का सबसे सुंदर और व्यवस्थित रिवर फ्रंट था, जिसे समाजवादी सरकार ने तैयार किया था, लेकिन भाजपा ने उसे बर्बाद कर दिया। “वो रिवर फ्रंट जिसे देखने लोग आते थे, आज वहां से बदबू आती है। सुनने में आया है कि फव्वारे तक चोरी हो गए हैं। भाजपा को कोई अच्छा काम पसंद ही नहीं है।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “उसी मोटर बोट में घूमकर देखो बिना मास्क लगाए, तब पता चलेगा कितनी मीथेन है और कितनी बदबू।”
सामाजिक सौहार्द और शिवाजी महाराज की बात
उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि आज समाज को एकता और सम्मान की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है। “त्योहारों पर एक-दूसरे का सम्मान करें, यही राष्ट्र को मजबूत बनाता है।”
जातीय जनगणना और पीडीए पर जोर
अखिलेश ने कहा कि 2027 में यदि समाजवादी पार्टी सत्ता में आती है तो जातीय जनगणना निष्पक्ष रूप से कराई जाएगी। “आज भाजपा जाति के आधार पर फैसले ले रही है और पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) नेताओं को आगे कर दिखावटी सवाल पूछ रही है।”
कानून व्यवस्था पर सवाल
अखिलेश यादव ने योगी सरकार के “जीरो टॉलरेंस” के दावे को झूठा करार देते हुए कहा, “जिस जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, उसी का जीरो हो गया है। यूपी में अब पुलिस ही पुलिस पर केस लिखवा रही है। जब पुलिस राजनीतिक एजेंडे पर चलेगी तो अपराध होना तय है।”
शिक्षा और रोजगार के मुद्दे
उन्होंने कहा कि आज शिक्षामित्र और युवा धरने पर बैठे हैं। भाजपा सरकार में न तो उन्हें रोजगार मिला और न ही सम्मान। “भर्ती घोटाले, पेपर लीक और एड डिलीट करने जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। भाजपा की शिक्षा नीति केवल दिखावा बनकर रह गई है।”
भ्रष्टाचार और प्रशासन पर हमले
अखिलेश यादव ने दावा किया कि कई ईमानदार अधिकारी भाजपा शासन में मजबूरी में सेवा छोड़ रहे हैं या अंडरग्राउंड हो रहे हैं। “उत्तराखंड वाले घोटाले में आज तक नहीं पता कि पैसा किसका था। एक सीनियर अधिकारी को अच्छा काम करने पर भी सिस्टम से बाहर कर दिया गया।”
भाजपा की विचारधारा पर हमला
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने अपने महापुरुषों के नाम पर कुछ नहीं किया, केवल समाजवादी सरकार के कामों को अपनी प्रतिमाओं और नारों से बदलने की कोशिश की। “लोकभवन, कैंसर इंस्टीट्यूट और इकाना स्टेडियम, सबका नाम बदलना ही इनकी उपलब्धि है। हमने नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के नाम से कोई इमारत नहीं बनवाई, हमारे काम खुद बोलते हैं।”
बिजली और विकास के दावे
“आज जो बिजली मिल रही है, वह सपा सरकार के समय लगे कारखानों से मिल रही है। भाजपा ने तो एक यूनिट भी बिजली नहीं बनाई।”
2027 चुनाव और सपा का संकल्प
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा को न सिर्फ सस्पेंड करेगी, बल्कि हमेशा के लिए ‘डबल आउट’ कर देगी। “हम लोग समाज में ज्ञान और जागरूकता फैलाकर सत्ता में बदलाव लाएंगे। पीडीए मिलकर सरकार बनाएगा और सच्चा सामाजिक न्याय लौटाएगा।”
अखिलेश यादव की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस 2027 के राजनीतिक संग्राम की तैयारी का स्पष्ट संकेत है। उन्होंने सरकार पर मुद्दों को लेकर हमले किए और खुद को एक प्रखर और संगठित विपक्ष के रूप में पेश किया। अब देखना यह होगा कि उनकी यह रणनीति जनता तक कितनी गूंजती है और क्या यह भाजपा को वाकई “डबल आउट” कर पाएगी।
