अयोध्या :माता सीता के साथ विराजमान राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ समारोह संपन्न !

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में गुरुवार ऐतिहासिक राम मंदिर में प्रथम तल पर भगवान राम और माता सीता के साथ विराजमान राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ समारोह संपन्न हुआ। इस पावन अवसर पर पूरे परिसर को फूल-मालाओं से सजाया गया था और भक्तों का उत्साह चरम पर था।
गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर, गुरुवार को भगवान रामेश्वरम की स्थापना के लिए अभिजित मुहूर्त में यानी सुबह 11:30 से 12:00 बजे के बीच, सभी देवविग्रहों में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान किया गया। इस दौरान एक भव्य यज्ञ और पूजा का आयोजन हुआ, जिसमें देश-विदेश से आए श्रद्धालु और संत शामिल हुए। प्राण प्रतिष्ठा के इस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाग लिया और उन्होंने अपने मंत्रोच्चार से भगवान राम और माता सीता के स्वरूप में प्राणों का संचार किया।
समारोह के दौरान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर परिसर में विराजमान भगवान राम के नेत्रोन्मिलन कराकर उनकी पहली आरती उतारी। इसके बाद, सभी उपस्थित श्रद्धालु व संतों ने मिलकर भगवान का अभिषेक और पूजा-अर्चना की। इस समारोह में करीब एक हजार विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें विभिन्न धार्मिक समाज के प्रतिनिधि, संत-महात्मा और राजनीतिक नेता शामिल रहे।
यह प्राण प्रतिष्ठा तीन दिवसीय अनुष्ठान का अंतिम दिन था, और पूरे कार्यक्रम का समापन हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस अवसर पर, मंदिर परिसर को फूल-मालाओं से सजाया गया था और पूरे माहौल में धार्मिक उल्लास की भावना व्याप्त थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बनने वाला यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह देश की एकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है।
इस समारोह में संतों और श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था, जो वर्षों की प्रतीक्षा के बाद इस पावन स्थल पर एकत्रित हुए थे। अब यह मंदिर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक मुख्य तीर्थ स्थल बन चुका है, जहां वे भगवान राम की भव्य मूर्तियों के दर्शन कर अपनी श्रद्धा और भक्ति का साक्षात्कार करते हैं।
