उत्तर प्रदेश की राजनीति में दलित वोट बैंक को लेकर बढ़ता टकराव !

उत्तर प्रदेश की राजनीति में दलित मतदाताओं को लेकर बहुजन समाज पार्टी और चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के बीच तल्खियां बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को मायावती ने एक्स पर चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधते हुए उन्हें “बरसाती मेंढक” कहकर हमला बोला। जवाब में चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यह टिप्पणी मीडिया के लिए थी, उनका मकसद किसी को नीचा दिखाना नहीं।
उन्होंने आकाश आनंद पर भी तंज कसते हुए कहा कि जितनी ज्यादा वे हमला करेंगे, उनकी पार्टी उतनी ही मजबूत होगी। दोनों नेताओं के बीच बयानबाजी तेज होने के संकेत हैं, क्योंकि मायावती अपने वोट बैंक को किसी और को नहीं जाने देना चाहती जबकि चंद्रशेखर अपनी जमीन मजबूत करने में लगे हैं। दरअसल यूपी में 21 प्रतिशत से ज्यादा दलित वोट है.
2012 में विधानसभा चुनावों में हार के बाद बसपा का ग्राफ लगातार नीचे गिरा है. और पिछले 2024 के लोकसभा चुनावों में उसे एक भी सीट नहीं मिली थी. जबकि चंद्रशेखर आजाद ने नगीना अरक्षित जोकि बसपा के पास थी वहां से चुनाव जीत लिया.
