अयोध्या में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का शुभारंभ

अयोध्या: अयोध्या एक बार फिर इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के पहले चरण के उद्घाटन के बाद अब दूसरे चरण का भव्य आरंभ हो चुका है। 3 से 5 जून तक राम दरबार समेत कई देवालयों की प्राण प्रतिष्ठा का वैदिक अनुष्ठान आयोजित हो रहा है। खास बात यह है कि 5 जून को अभिजीत मुहूर्त में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में श्रीराम दरबार की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी। राजस्थान के मकराना से लाए गए शुद्ध सफेद संगमरमर की बनी भगवान श्रीराम और माता सीता की मूर्तियाँ श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। आइए जानते हैं इस आध्यात्मिक अनुष्ठान की पूरी टाइमलाइन:
2 जून: कलश यात्रा से हुआ अध्यात्मिक अध्याय का शुभारंभ
रामनगरी अयोध्या में 2 जून को सरयू तट से विशेष कलश यात्रा निकाली गई। इन कलशों में पवित्र जल भरकर लाया गया, जो राम दरबार सहित छह अन्य देवालयों की मूर्ति स्थापना और स्नान विधि में उपयोग किया जाएगा।
3 जून: वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आरंभ हुए मुख्य अनुष्ठान
3 जून की सुबह से ही मंदिर परिसर में वैदिक रीति-रिवाजों के साथ प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया आरंभ हो गई। कुल 101 वेदपाठी ऋत्विजों की टोली मंत्रोच्चार कर रही है। इसी दिन सूर्य मंदिर, जानकी माता मंदिर और हनुमान मंदिर की मूर्तियों की स्थापना भी शुरू हुई।
4 जून: सुरक्षा व्यवस्था हुई अभेद्य
प्राण प्रतिष्ठा से एक दिन पहले पूरी रामनगरी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात है और हाईटेक CCTV कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। मंदिर के प्रथम तल पर बना स्वर्णमंडित शिखर दूर से ही भव्यता और आस्था का संदेश दे रहा है।
5 जून: ऐतिहासिक घड़ी – राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा
5 जून को अभिजीत मुहूर्त (सुबह 11:00 बजे से 11:40 बजे तक) में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस ऐतिहासिक घड़ी के साक्षी बनेंगे। इसके बाद भक्तों के लिए श्रीराम, माता सीता और अन्य देवी-देवताओं के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा।
