लोहिया संस्थान में हार्ट अटैक मरीजों के लिए स्टेमी वार्ड शुरू, इमरजेंसी में मिलेगा तुरंत इलाज

लखनऊ: लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में हार्ट अटैक (दिल का दौरा) से पीड़ित मरीजों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की गई है। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा और संस्थान के निदेशक प्रो. सीएम सिंह ने पांच बेड वाले स्टेमी वार्ड का उद्घाटन किया।
अब हार्ट अटैक से पीड़ित मरीजों को इमरजेंसी में पहुंचते ही तुरंत इलाज मिलेगा, जिससे उनकी जान बचाना आसान होगा।
क्या है स्टेमी?
प्रो. भुवन चंद्र तिवारी, कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष के अनुसार:
“स्टेमी (STEMI) को मेडिकल भाषा में ST-Elevation Myocardial Infarction कहते हैं। यह दिल का एक गंभीर दौरा होता है, जिसमें हृदय की मुख्य धमनी पूरी तरह से बंद हो जाती है और ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता।”
यह स्थिति अत्यंत आपातकालीन होती है और इसमें तुरंत इलाज की जरूरत होती है।
स्टेमी वार्ड की विशेषताएं:
मरीज को पहले कार्डियोलॉजी विभाग में भेजने की ज़रूरत नहीं, इलाज तुरंत यहीं शुरू होगा।
भर्ती के साथ ही इलाज शुरू कर दिया जाएगा, फाइल बाद में बनेगी।
वार्ड में सभी जरूरी जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
रात में इलाज की बड़ी सुविधा
रात के समय जब मरीजों को बेड या कार्डियोलॉजिस्ट की तलाश में परेशानी होती है, तब यह वार्ड उनके लिए जीवन रक्षक साबित होगा। मरीज सीधे इमरजेंसी से यहां भर्ती हो सकेंगे।
डॉक्टरों और स्टाफ को ट्रेनिंग
इस नई सुविधा के साथ एक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला भी शुरू हुई है, जिसमें 8 जिलों के लगभग 60 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को दिल का दौरा पड़ने की स्थिति में प्राथमिक उपचार देने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
शामिल जिले:
लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, सुलतानपुर, श्रावस्ती, बहराइच, अंबेडकरनगर और बलरामपुर।
लोहिया संस्थान को “केंद्रीय हब” के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे पूरे क्षेत्र में हार्ट अटैक के मामलों में बेहतर और तेज़ इलाज मिल सके।
