पाकिस्तान में फिर सैन्य तानाशाही की आहट?

इस्लामाबाद, मई 2025: क्या पाकिस्तान एक बार फिर सेना के शासन की ओर लौट रहा है? इस सवाल ने फिर जोर पकड़ लिया है क्योंकि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत कर दिया है। आसिम मुनीर, पाकिस्तान के इतिहास में फील्ड मार्शल बनने वाले दूसरे जनरल हैं। इससे पहले जनरल अयूब खान को 1959 में यह पद मिला था, जिसके बाद उन्होंने देश में सैन्य तानाशाही लागू कर दी थी। 1958 में राजनीतिक अस्थिरता के कारण राष्ट्रपति इस्कंदर मिर्जा ने अयूब खान को मार्शल लॉ लागू करने को कहा था, लेकिन अयूब ने सत्ता हथियाकर खुद को फील्ड मार्शल घोषित कर दिया। तब से पाकिस्तान में सेना का दबदबा लगातार बढ़ा है। अब मई 2025 में जब भारत से संघर्ष में पाक सेना को झटका लगा, तब भी आसिम मुनीर को इनाम के तौर पर यह पद मिला। माना जा रहा है कि उन्होंने खुद ही सरकार पर दबाव बनाकर यह घोषणा करवाई। इससे पाकिस्तान में फिर से सैन्य तानाशाही की आशंका गहराने लगी है।
