भारत के पास हैं सबूत, पाकिस्तान के पास है सिर्फ झूठ

आज का भारत 1971 जैसा नहीं रहा। अब भारत आतंक को उसकी ज़मीन पर घुसकर जवाब देता है। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया, 100 से ज़्यादा आतंकियों को मार गिराया, और पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान पहुँचाया। इसके बावजूद पाकिस्तान सोशल मीडिया पर झूठा जश्न मना रहा है और खुद को विजेता दिखाने की कोशिश कर रहा है।
भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के सबूत दुनिया को दिखाए हैं। इसमें साफ है कि इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा है और उसे पाकिस्तान का समर्थन मिला है। खुद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री मान चुके हैं कि उन्होंने आतंकवाद को विदेश नीति के रूप में इस्तेमाल किया है। लेकिन अब पाकिस्तान भारत पर ही उल्टा आरोप लगा रहा है कि वह आतंक फैला रहा है।
सीजफायर के बाद भी पाकिस्तान की चालबाज़ी
सीजफायर के बाद भी पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन भेजा गया, जो कैमरे में कैद हुआ। इसके बावजूद पाकिस्तान दावा कर रहा है कि उसने संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं किया। तो सवाल यह है अगर ड्रोन नहीं भेजा तो वह आया कहां से?
भारत का जवाब, सबूतों के साथ
भारत ने लाहौर एयर डिफेंस को ध्वस्त किया, आतंकी ठिकानों को खत्म किया और सबूतों के साथ दुनिया को दिखाया। पाकिस्तानी सेना के 35-40 जवान मारे गए और भारत की सभी सैन्य सुविधाएं सुरक्षित रहीं। इसके उलट, पाकिस्तान के पास न तो कोई सबूत है और न ही कोई सच्चाई, सिर्फ झूठा प्रचार है।
भारत का सीना गर्व से तना है
जहां पाकिस्तान झूठी जीत का जश्न मना रहा है, वहीं भारत सच्चाई, सबूत और शक्ति के साथ खड़ा है। ऑपरेशन सिंदूर के तीनों लक्ष्य भारत ने पूरे कर लिए हैं। भारत की चुप्पी मजबूरी नहीं, बल्कि परिपक्वता है।
