पहलगाम में दर्दनाक आतंकी हमला! पर्यटक मंजूनाथ की मौत, पत्नी पल्लवी की दिल दहला देने वाली आपबीती

कश्मीर की खूबसूरत वादियों में मंगलवार की शाम को वो मंजर सोचिये कितना खौफनाक रहा होगा जब एक पर्यटक ने अपनी जान सिर्फ इसलिए गवा दी क्युकी वो हिन्दू था, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, राजनीतिक दलों से लेकर, आम जनता तक और भारतीय क्रिकेट टीम का भी इस घटना को लेकर आक्रोश सामने आया है। आइये जानते हैं आखिर क्या हुआ था घटना स्थल पर, पहलगाम के मशहूर पर्यटन स्थल बैसरान में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। इस हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए, दर्जनों घायल हैं और देश की रगों में गुस्से की लहर दौड़ गई है। इन मृत्तकों में सुशील, सैय्यद आदिल, हेमंत, विनय नरवाल, अतुल मोनी, नीरज, बिथन अधिकारी, सुदीप, कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी, प्रशांत कुमार, मनीष रंजन, एन रामचंद्रा, संजय लाली, दिनेश अग्रवाल, समीर गौहर, दिलीप दसाली, जे सचंद्र मौली, मधुसूदन, संतोष, मंजूनाथ, कस्तूबा, भारत भूषण, सुमित परमार, यतेश परमार, शैलेश, नेवी ऑफिसर लेफ्टिनेंट विनय नरवाल।
इन गोलियों की गूंज के बीच जो कहानी सामने आई, वो किसी फिल्म की कहानी जैसी लगती है लेकिन नहीं ये हक़ीक़त है।
“मेरे पति को मार दिया ना… तो मुझे भी मार दो!”
ये चीख किसी फिल्म का डायलॉग नहीं, ये आवाज है पल्लवी मंजूनाथ की, एक बैंक मैनेजर, एक पत्नी, एक माँ, जिनके पति मंजूनाथ, इस आतंकवादी हमले में उनकी आंखों के सामने गोलिओं से चलनी करदिए गए।
पहलगाम आतंकी हमले में मारा गया युवक कानपुर का रहने वाला था। मृतक शुभम द्विवेदी की आतंकियों ने सिर में सटाकर गोली मार कर हत्या करदी।
2 माह पहले ही शुभम की शादी हुई थी सोचिए क्या मंज़र रहा होगा उस नयी नवेली दुल्हन के लिए जिसके पति को उसकी आँखों के सामने बिना किसी गलती के छलनी कर दिया गया। शुभम के परिवार के 11 सदस्य कश्मीर घूमने गए थे। तभी आतंकियों ने नाम पूछकर शुभम को गोली मारी। महाराजपुर थाना क्षेत्र के हाथीपुर चंदन चक्की का निवासी था शुभम।
(VIDEO) SHUBHAM
शुभम का ये मौत के एक दिन पहले का वीडियो जिसमें वो अपने परिवार के साथ काफी खुश और ताश खेलते हुए दिख दिख रहा है जिसकी हंसी उन आतंकिओं ने छीन ली। ये वीडियो शुभम की पत्नी ने पोस्ट किया था। मंजूनाथ, कर्नाटक के शिवमोग्गा से अपनी पत्नी पल्लवी और 18 वर्षीय बेटे अभिजय के साथ कश्मीर घूमने आए थे। हमला होते ही भगदड़ मच गई। गोलियों की आवाज सुनाई दी। पहले सोचा सेना की फायरिंग होगी, लेकिन कुछ ही पलों में मंजूनाथ खून से लथपथ ज़मीन पर गिर पड़े। पल्लवी और अभिजय ने आतंकियों से सामने खड़े होकर विनती की – “हमें भी मार दो!”
पर आतंकिओं ने कहा की,
“तुम्हें नहीं मारेंगे। जाओ, मोदी को बताओ!”
एक आतंकी ने कहा, “ये हमला एक संदेश है।”
इस त्रासदी की सबसे पीड़ा दायक बात ये थी कि महिलाओं और बच्चों को छोड़ दिया गया, और मर्दों को चुन-चुनकर निशाना बनाया गया। पल्लवी के मुताबिक, “ये हमला साफ-साफ हिंदुओं को टारगेट करने के लिए किया गया था।”
इस हमले को लेकर पूरे देश भर से प्रतिक्रियाएं सामने आरही हैं। इस हमले की खबर मिलते ही पीएम मोदी ने सऊदी दौरा छोड़कर तुरंत भारत वापसी की। एयरपोर्ट पर ही हाई लेवल मीटिंग की गई। गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर रवाना हो चुके हैं। सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है, अब तक श्रीनगर के बारामूला में 2 आतंकियों को सेना ने मार गिराया है। पीएम मोदी ने कहा: “जिन्होंने यह कायराना हमला किया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और तेज़ होगी।”
पूरा देश आक्रोशित है, शोक में है लेकिन एकजुट भी है।
क्रिकेटर गौतम गंभीर से लेकर युवराज सिंह तक – हर किसी ने इस आतंकी हमले की निंदा की है।
विपक्ष और सत्ता, दोनों ने एक सुर में कहा, “ये हमला देश की आत्मा पर वार है।”
मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर्स जारी किए गए हैं कृपया ध्यान रखें:
श्रीनगर कंट्रोल रूम: 0194-2457543 / 0194-2483651
अनंतनाग पुलिस सहायता: 9596777669
व्हाट्सएप संपर्क: 9419051940
पर्यटन विभाग: 8899931010 / 99066 63868
बता दें की मंजूनाथ की पत्नी की एक ही अपील है, “मैं अकेली नहीं लौटूंगी, मैं अपने पति के शव के साथ ही वापस जाऊंगी। हम तीनों साथ आए थे, साथ ही वापस जाना है।” देश पूछ रहा है कब तक? कब तक निर्दोषों का खून बहाया जाएगा? इस घटना को और लोगों तक पहुँचाएं। क्योंकि ये सिर्फ एक परिवार की नहीं, हम सबकी कहानी है।
