मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर हिंसा: बमबारी, आगजनी और इंटरनेट बंद!

पश्चिम बंगाल : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून को रद्द करने की मांग पर हुए विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। जंगीपुर, सुती और शमशेरगंज इलाकों में हालात बेकाबू हो गए जब प्रदर्शनकारियों ने बम फेंके, ट्रेनों और सरकारी वाहनों को आग के हवाले कर दिया, और पुलिस पर पथराव किया।
अब तक की स्थिति:
3 प्रदर्शनकारियों की मौत, 10 पुलिसकर्मी घायल
लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया गया
इंटरनेट सेवाएं बंद, संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू
अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात – हालात अब नियंत्रण में
कहां-कहां हुई हिंसा?
मुख्य रूप से जंगीपुर के सुती और शमशेरगंज इलाके हिंसा की चपेट में आए। रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया गया, जिससे ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। सरकारी संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
राजनीतिक तकरार शुरू:
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हालात पर कड़ी नजर रखते हुए सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। वहीं, बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा:
“यह सरकार की नाकामी है। ममता सरकार चुपचाप बैठकर इस तरह की अराजकता को बढ़ावा दे रही है।”
उनके बयान ने राज्य प्रशासन की सजगता और निष्क्रियता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वक्फ कानून को लेकर क्या है विवाद?
प्रदर्शनकारी वक्फ संशोधन अधिनियम को धार्मिक संपत्तियों पर सरकारी नियंत्रण का प्रयास मान रहे हैं। वे चाहते हैं कि यह कानून पूरी तरह रद्द किया जाए।
सरकार की चुनौती:
राज्य सरकार को अब न केवल कानून-व्यवस्था संभालनी है, बल्कि धार्मिक संवेदनाओं और राजनीतिक दबावों के बीच संतुलन भी बनाए रखना है।
स्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। सवाल उठ रहा है कि क्या सरकार ने हालात को समय रहते नहीं संभाला, या क्या ये हिंसा किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है?
