17 साल तक पेट में छिपी रही डॉक्टर की लापरवाही, अब जाकर हुआ खुलासा !

कल्पना कीजिए, किसी ने एक ऐसी चीज़ अपने भीतर सालों तक संभालकर रखी, जिसका होना ही उसकी तकलीफों का असली कारण था! 17 साल तक दर्द सहने के बाद जब सच्चाई सामने आई, तो हर कोई सन्न रह गया। संध्या पांडेय को आखिरकार पता चला कि उनके पेट में डॉक्टर की लापरवाही से एक कैंची छूट गई थी, जिसे 17 साल बाद ऑपरेशन कर निकाला गया। लखनऊ के इंदिरानगर निवासी अरविंद कुमार पांडेय, जो कोऑपरेटिव सोसाइटी और पंचायत लेखा परीक्षा में उप निदेशक हैं, उनके लिए 26 फरवरी, 2008 की तारीख खुशी का दिन थी। उनकी पत्नी संध्या पांडेय ने इंदिरानगर के शी मेडिकल केयर अस्पताल में एक बेटे को जन्म दिया।
डॉ. पुष्पा जायसवाल ने उनका सिजेरियन ऑपरेशन किया था। लेकिन उसी दिन कुछ ऐसा हुआ, जिसका खुलासा 17 साल बाद हुआ। बेटे यथार्थ के जन्म के कुछ सालों बाद संध्या के पेट में लगातार दर्द रहने लगा। दर्द रहस्यमयी था, कभी कम होता, कभी बढ़ जाता, लेकिन किसी भी डॉक्टर की समझ से परे था। कई बार अल्ट्रासाउंड हुआ, लेकिन कुछ नजर नहीं आया। संध्या ने एक्स-रे कराए, मगर रिपोर्ट्स सामान्य आईं। धीरे-धीरे दर्द पीठ तक पहुंच गया। अब वह पालथी मारकर बैठ भी नहीं पाती थीं। जब दर्द असहनीय हो गया, तो कुछ डॉक्टरों ने एमआरआई स्कैन की सलाह दी। लेकिन एमआरआई मशीन ने उन्हें स्कैन करने से मना कर दिया। मशीन में मेटल डिटेक्शन होने के बाद डॉक्टरों ने कहा, “आपके शरीर में कोई मेटल मौजूद है!”
संध्या और उनके परिवार के लिए यह भयावह खबर थी। आखिरकार, सीटी स्कैन और एक्स-रे कराने का फैसला हुआ, और जो तस्वीरें आईं, उन्होंने हर किसी के होश उड़ा दिए। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के प्रो. समीर मिश्रा ने संध्या को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। जब एक्स-रे रिपोर्ट देखी गई, तो स्पष्ट रूप से एक कैंची उनके पेट के अंदर नजर आई!
