ऊर्जा मंत्री को अंधेरे में देना पड़ा भाषण, मोबाइल की रोशनी में ढूंढनी पड़ी चप्पल

उत्तरप्रदेश के ऊर्जा ,मंत्री को ही देना पड़ा अँधेरे में भाषण, उत्तर प्रदेश सरकार के 8 साल पूरे होने पर मऊ में आयोजित तीन दिवसीय विकास उत्सव का समापन ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा की मौजूदगी में हुआ। लेकिन कार्यक्रम के दौरान जो हुआ, उसने पूरे प्रदेश के बिजली विभाग की पोल खोल दी! मंत्री जी अपने गृह जनपद पहुंचे, जहां उन्हें हनुमान घाट पर सम्मान समारोह में आमंत्रित किया गया। लेकिन “ऊर्जा मंत्री” को ही अंधेरे में भाषण देना पड़ेगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था! कार्यक्रम के दौरान नगर का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र – हनुमान घाट और बांध रोड – अंधेरे में डूबा रहा। न बिजली आई, न ही विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारी नजर आए।
मंत्री जी माइक पर आए, लेकिन मंच पर चारों ओर घना अंधेरा! जनता की मोबाइल टॉर्चें जल उठीं, और उसी रोशनी में ऊर्जा मंत्री ने अपना संबोधन दिया। कार्यक्रम खत्म होते ही हुआ असली ड्रामा! जब मंत्री जी जाने लगे तो अंधेरे में उनकी चप्पल ही गुम हो गई। अफरा-तफरी मच गई! ऊर्जा मंत्री को खुद मोबाइल की रोशनी में चप्पल ढूंढनी पड़ी। किसी ने कहा, “मंत्री जी, बिजली नहीं, लेकिन आपकी सादगी जरूर चमक रही है!”
मंत्री जी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लोग कहने लगे – “जिसके जिम्मे पूरे प्रदेश की रोशनी है, वो अपने ही गृह जनपद में अंधेरे में बैठा है!” मामले ने तूल पकड़ा तो और चार अधिकारियों पर कार्रवाई करदी गयी। संजय वैश्य अधीक्षण अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा गया। भुवनराज सिंह अधिशासी अभियंता को आरोप पत्र थमाया गया। यहीं प्रकाश सिंह उपखंड अधिकारी को निलंबित कर दिया गया। और ओ.पी. खुसवाहा अवर अभियंता भी निलंबित हुए। अब विभागीय जांच जारी है और दोषियों पर आगे भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
