IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश पर भ्रष्टाचार के आरोप, संपत्ति की विजिलेंस जांच के आदेश

उत्तर प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति की विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच बरेली, पीलीभीत, हमीरपुर और लखनऊ में उनकी तैनाती के दौरान अर्जित संपत्तियों को लेकर होगी। अभिषेक प्रकाश पहले ही SAEL सोलर पावर कंपनी के प्रोजेक्ट को मंजूरी देने के बदले रिश्वत मांगने के आरोप में सस्पेंड हो चुके हैं।
अभिषेक प्रकाश पर आरोप है कि उन्होंने SAEL Solar P6 कंपनी से 5% कमीशन मांगा था। इस मामले में बिचौलिए निकांत जैन को गिरफ्तार किया गया है। कंपनी ने यूपी सरकार से Letter of Comfort (LOC) के लिए आवेदन किया था, लेकिन कमीशन न देने पर फाइल बार-बार टाली गई।
जब कंपनी ने शिकायत की, तो पता चला कि अभिषेक प्रकाश ने बिचौलिए से मिलने को कहा था और कमीशन की मांग की थी। 12 मार्च 2025 को कंपनी को LOC जारी करने की सिफारिश की गई थी, लेकिन अभिषेक प्रकाश ने इसे फिर से री-इवैल्युएट करने का आदेश दिया, जिससे गड़बड़ी का संदेह बढ़ा।
