महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा को लेकर एफआईआर में हुए चौंकाने वाले खुलासे

महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा को लेकर एफआईआर में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पुलिक की एफआईआर में फहीम शमीम खान को हिंसा का मास्टरमाइंड बताया गया है. FIR में दर्ज आरोपों के अनुसार, 500 से 600 हथियारबंद लोगों ने पुलिस पर हमला किया और पेट्रोल बम तक फेंके गए. पुलिस की तरफ से दर्ज एफआईआर के मुताबिक, आरोपी ने महिला पुलिसकर्मी को अनुचित तरीके से छुआ, अश्लील इशारे किए और अन्य महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया. यह घटना 17 मार्च को शाम 4 बजे शुरू हुई और रात 11:30 बजे तक जारी रही.
भीड़ के सदस्यों ने जान से मारने की नियत से भालदारपुरा चौक इलाके में पुलिस पर घातक हथियार, पत्थर से हमला किया. उन्होंने पुलिसकर्मियों को उनके सरकारी कर्तव्यों से हतोत्साहित करने के लिए पेट्रोल बम तैयार किए और उन पर फेंके. उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को यह कहते हुए रोक दिया, “तुमने जानबूझकर हमारे धर्म की चादर जलाने में मदद की”. ऐसी झूठी अफवाहें फैलाकर और भद्दी-भद्दी गालियां देकर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को विभिन्न स्थानों पर हथकंडों, पत्थरों, खतरनाक हथियारों से पीट-पीटकर और अपनी तथा दूसरों की सुरक्षा को खतरे में डालकर उन्हें घायल कर दिया गया
FIR में कहा गया है कि भीड़ ने अंधेरे का फायदा उठाकर महिला पुलिसकर्मियों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की. उनके कपड़े खींचे गए और उन्हें गालियां दी गईं. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने धमकी देते हुए कहा, ‘अभी हम पुलिसवालों को बताते हैं, इनको और किसी भी हिंदू को छोड़ना नहीं है. इन्होंने ही सारा खेल किया है!’ रिपोर्ट के मुताबिक, उपद्रवियों के पास कुल्हाड़ी, लाठी, पत्थर जैसे घातक हथियार थे, जिनका इस्तेमाल पुलिस और आम नागरिकों पर हमले के लिए किया गया.
