सीतापुर में हुई पत्रकार की गोली मारकर हत्या

भारत में आम जनता को हर समय अनहोनी का डर लगा रहता है वहीँ इस बीच यूपी के सीतापुर में पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई हत्याकांड से रविवार की सुबह से ही गहमागहमी का माहौल बना रहा। इस मामले में शहर की बैजनाथ कॉलोनी के तीन युवकों पर शक जताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इनमें से एक युवक को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में भी दिया है। ये तीनों युवक कथित तौर पर हत्याओं को अंजाम देने का काम करते हैं और इससे पहले भी कई अपराधों के चलते ये कई बार जेल जा चुके हैं। जानकारी के अनुसार मामले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है और जांच जारी है। इसके अलावा, कुछ लेखपालों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है और इस मामले के खुलासे के लिए चार टीमों को तैनात किया गया है। महोली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस दुखद घटना के चलते नेता भी सांत्वना देने के लिए पहुंचे। हालांकि, जहां एक ओर उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी, वहीं परिजनों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने नेताओं से पूछा कि आखिर कब तक उन्हें न्याय मिलेगा और हत्यारों को कब तक पकड़ा जाएगा? जिस पर नेता ने जल्द ही न्याय मिलने का आश्वासन दिया। मृतक की पत्नी ने पुलिस को तहरीर दी है, जिसमें उन्होंने लिखा कि शनिवार दोपहर 2:30 बजे उनके पति किसी से मिलने का कहकर मोटर साइकिल से घर से निकले थे। चार बजे उन्हें सूचना मिली कि सीतापुर रोड पर हेमपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास ओवरब्रिज पर कुछ हमलावरों ने उनके पति को घेरकर गोली मार दी है। वह तुरंत अस्पताल पहुंची, जहां पता चला कि उनके पति की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने जिलाधिकारी को संबोधित एक चार सूत्रीय ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा है, जिसमें उन्होंने दोषियों की गिरफ्तारी और कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। इसके अलावा मृतक आश्रितों को एक करोड़ की आर्थिक सुरक्षा, पत्नी को सरकारी नौकरी और मृतक के बेटा और बेटी को शिक्षा की मांग की गई है।
