‘निलंबन से सच की जुबान पर नहीं लग सकता लगाम’, औरंगजेब पर बयान विवाद से भड़के अखिलेश यादव

लखनऊ। महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी के औरंगजेब पर दिए गए बयान से यूपी में सियासी तूफान आ गया है। आज बुधवार को विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा को जमकर घेरा और अबू आजमी को पार्टी से निकालने की मांग की, साथ ही यह भी कहा की ऐसे विधायक को यूपी भेजा जाए, यूपी ऐसे लोगों का इलाज करने में देरी नहीं करता है।
इस सब को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि निलंबन का आधार यदि विचारधारा से प्रभावित होने लगेगा तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर रह जाएगा।
हमारे विधायक हों या सांसद उनकी बेखौफ दानिशमंदी बेमिसाल है। कुछ लोग अगर सोचते हैं कि ‘निलंबन’ से सच की ज़ुबान पर कोई लगाम लगा सकता है तो फिर ये उनकी नकारात्मक सोच का बचपना है। आजाद ख्याल कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
निलंबन का आधार यदि विचारधारा से प्रभावित होने लगेगा तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर रह जाएगा। हमारे विधायक हों या सांसद उनकी बेख़ौफ़ दानिशमंदी बेमिसाल है। कुछ लोग अगर सोचते हैं कि ‘निलंबन’ से सच की ज़ुबान पर कोई लगाम लगा सकता है तो फिर ये उनकी नकारात्मक सोच…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 5, 2025
बता दें कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब को ‘महान प्रशासक’ बताते हुए उसकी प्रशंसा की थी।
लोहिया के सिद्धांतों से भटकी सपा, औरंगजेब को मानती है आदर्श
इस बयान के बाद यूपी विधान परिषद में मुख्यमंत्री ने सपा को आड़े हाथ लिया है। मुख्यमंत्री योगी ने सदन में कहा कि सपा भारत की सांस्कृतिक विरासत पर गर्व नहीं करती और अपने मूल विचारक डॉ. राम मनोहर लोहिया के सिद्धांतों से भटक गई है। डॉ. लोहिया ने भारत की एकता के तीन आधार बताए थे- श्रीराम, श्रीकृष्ण और भगवान शिव, लेकिन आज सपा औरंगजेब जैसे क्रूर शासक को अपना आदर्श मान रही है।
औरंगजेब के इतिहास का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उसने अपने पिता शाहजहां को आगरा किले में कैद कर पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसाया था। उन्होंने सपा नेताओं को पटना की लाइब्रेरी में शाहजहां की जीवनी पढ़ने की सलाह दी।
उन्होंने बताया कि शाहजहां ने औरंगजेब से कहा था कि तुम से अच्छा तो हिन्दू है जो जीते जी तो अपने बुजुर्ग मां-बाप की सेवा करता है और मृत्युपरांत वर्ष में एक बार श्राद्ध करते हुए मां-बाप को जल अर्पित करता है। सीएम ने कहा कि जिन लोगों का आचरण औरंगजेब जैसा है वो उस पर गर्व कर सकते हैं।