हापुड़ में लेखपाल की आत्महत्या के बाद बस्ती में हड़ताल, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज

बस्ती। हापुड़ जिले के डीएम के मौखिक शिकायत के आधार पर लेखपाल सुभाष मीणा के निलंबन पर व्यथित होकर लेखपाल के जहरीला पदार्थ खाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के विरोध में लेखपाल संघ में काफ़ी रोष है। जिलाधिकारी हापुड़ व अन्य दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हेतु उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ द्वारा 14 जुलाई सोमवार को 10 से 2 बजे तक तहसील सम्पूर्ण समाधान का कार्य बहिष्कार पर रहेगा।
इसी क्रम में बस्ती जनपद लेखपाल संघ के जिलामंत्री अंकित चौधरी ने बताया की जनपद की चारो तहसील के अध्यक्ष व मंत्री हड़ताल को लेकर सम्बंधित अधिकारी को ज्ञापन दे चुके है ऐसे पंकज सिंह, प्रमोद चौधरी, पवन, श्यामलाल, अजीत, कृष्णा चौधरी, महेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
दरअसल, तीन जून को धौलाना तहसील के डराना गांव में हुई डीएम की जन चौपाल के दौरान, किसान भूपेंद्र ने सुभाष पर खसरा-खतौनी की नकल निकालने के लिए रिश्वत का आरोप लगाया था। इसके तुरंत बाद, डीएम अभिषेक पांडेय ने सुभाष को निलंबित कर दिया।
घटना के दिन, जब लेखपाल सुभाष तहसील कार्यालय से बाहर निकले और अचानक अपने जेब से जहर निकालकर खा लिया। उनकी हालत बिगड़ने लगी और उन्हें तुरंत पिलखुवा के रामा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, फिर उन्हें दिल्ली के मेट्रो हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि शिकायतकर्ता भूपेंद्र ने उनसे 5 लाख रुपये की मांग की थी, पैसा देने पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया था, लेकिन सुभाष ने इनकार कर दिया। इसके बाद वे मानसिक तनाव में आ गए और इसी तनाव के कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली थी।
