गुजरात में भारी बारिश का कहर: स्कूल के बच्चे फंसे, कई मकान गिरे, गांवों में रास्ते बंद

गुजरात: राज्य के कई जिलों में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। खासकर भावनगर, छोटा उदयपुर और बोटाद जिलों में बारिश का असर सबसे ज्यादा देखने को मिला है। भावनगर जिले के महुवा तालुका के तलगाजरडा गांव में भारी बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गईं। इस पानी में स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे कमर तक डूबते हुए नजर आए। बारिश की वजह से बच्चे स्कूल से बाहर नहीं निकल पा रहे थे।
जैसे ही यह खबर पूर्व कैबिनेट मंत्री और भावनगर पश्चिम के विधायक जीतूभाई वाघाणी को मिली, जो उस वक्त राजकोट में पूर्व मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी की प्रार्थना सभा में मौजूद थे, उन्होंने तुरंत भावनगर के कलेक्टर को फोन कर रेस्क्यू टीम भेजने का आदेश दिया। रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची और सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। छोटा उदयपुर जिले के संखेडा गांव के झवेरी वागा इलाके में लगातार बारिश के कारण तीन पुराने मकान गिर गए।
मकानों के गिरने से कोई जान का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन मलबे में दबकर एक कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। मौके पर स्थानीय प्रशासन और राहत बचाव टीम पहुंच चुकी है और मलबा हटाने का काम जारी है।
कल शाम 5 बजे से आज सुबह 6 बजे तक गढडा में सबसे ज्यादा 14 इंच बारिश दर्ज की गई है।
बोटाद में 7.5 इंच, रानपुर में 2.5 इंच, और बरवाला में भी 2.5 इंच बारिश हुई है। गढडा तालुका में घेलो नदी पर बना रामघाट बांध ओवरफ्लो हो गया है। तेज बारिश की वजह से कई गांवों के रास्ते बंद हो गए, नदियां, नाले और चेक डैम ओवरफ्लो हो गए हैं।
बोटाद तालुका के कई गांव जलभराव से बुरी तरह प्रभावित हैं। स्थानीय लोगों को आवाजाही और रोजमर्रा के कामों में भारी परेशानी हो रही है। राज्य प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और जरूरी सामग्री जैसे भोजन, पानी और दवाएं भी भेजी जा रही हैं। गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। प्रशासन राहत कार्य में जुटा है लेकिन भविष्य में और बारिश होने की संभावना को देखते हुए सभी नागरिकों से सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की जा रही है।
