ड्रोन और मिसाइलों की बारिश, 2 की मौत, 13 घायल

कीव, यूक्रेन: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध एक बार फिर बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। रूस ने मंगलवार तड़के यूक्रेन के दो बड़े शहरों पर जबरदस्त ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। इन हमलों में कम से कम 2 लोगों की मौत हो गई है और 13 अन्य घायल हुए हैं।
जेलेंस्की बोले- यह अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इन हमलों को युद्ध के दौरान “अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक” बताया है। उन्होंने दावा किया कि रूस ने रातभर में 315 ड्रोन और 7 मिसाइलें दागीं। इनमें से ज्यादातर ‘शहीद’ ड्रोन थे, जो ईरान से प्राप्त किए गए माने जाते हैं। जेलेंस्की ने अमेरिका और यूरोप से ‘ठोस कार्रवाई’ की अपील की है।
अस्पताल और रिहायशी इमारतें बनीं निशाना
दक्षिणी यूक्रेनी बंदरगाह ओडेसा में हमले से भारी नुकसान हुआ है। ओडेसा के प्रांतीय प्रमुख ओलेह किपर ने बताया कि शहर के केंद्र में स्थित एक प्रसूति अस्पताल और कई आवासीय इमारतें इस हमले में क्षतिग्रस्त हो गईं। स्थानीय अभियोजक कार्यालय के अनुसार, यहां 2 नागरिकों की मौत हुई है और 9 लोग घायल हुए हैं।
वहीं, यूक्रेन की राजधानी कीव में भी रूसी मिसाइलें गिरीं, जिनमें 4 नागरिक घायल हो गए। कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने इसकी पुष्टि की है।
रूस क्यों करता है रात में हमले?
रूस की ओर से किए जाने वाले हमले अक्सर रात के समय होते हैं। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि रूस यह रणनीति इसलिए अपनाता है क्योंकि अंधेरे में ड्रोन और मिसाइलों को ट्रैक करना बेहद कठिन हो जाता है। इससे यूक्रेन की एयर डिफेंस कमजोर पड़ जाती है।
युद्ध में अब तक 12,000 से अधिक नागरिक मारे गए
रूस-यूक्रेन युद्ध को दो साल से ज्यादा समय हो चुका है और अब तक 12,000 से अधिक यूक्रेनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। रूस का दावा है कि उसके हमले सिर्फ सैन्य ठिकानों पर होते हैं, लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि आम नागरिक और अस्पताल जैसे असैन्य ढांचे भी बार-बार निशाना बनते रहे हैं।
