“18 साल का इंतज़ार, आंसुओं के साथ पूरी हुई एक अधूरी कहानी”

विराट कोहली ने आखिरकार वो पल देख ही लिया जिसका उन्होंने सालों से सपना देखा था। आईपीएल 2025 में RCB ने पंजाब किंग्स को अहमदाबाद में 6 रन से हराकर अपनी पहली ट्रॉफी जीत ली। कोहली जो हमेशा RCB के साथ रहे – 18 नंबर की जर्सी में 18 साल से, अब 36 साल की उम्र में वो सपना पूरा कर सके।
भावुक कोहली बोले:
“मैंने इस टीम को अपनी जवानी, अनुभव और सब कुछ दे दिया। हर साल कोशिश की, कभी नहीं सोचा था कि ये दिन आएगा।”
मैच के आखिरी ओवर में जब जीत तय हो गई, कोहली ने अपने हाथों में चेहरा छिपा लिया और मैच खत्म होते ही ज़मीन पर गिरकर रो पड़े। उन्होंने अपने पुराने साथी AB de Villiers को भी याद किया और कहा – “ये जीत उतनी ही तुम्हारी है जितनी हमारी।”
मैच में विराट का संघर्ष: कोहली ने 35 गेंदों में सिर्फ 43 रन बनाए ना कोई बड़ी हिट, ना फॉर्म का जलवा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, हर रन के लिए दौड़े, खुद को डांटा, ज़मीन पर गिरे, लेकिन डटे रहे – जैसे ये उनका आखिरी मौका हो।
फील्डिंग में दिखा वही पुराना जोश: चाहे अपील करना हो, या गुस्से में गेंदबाज़ों को टोकना – कोहली पूरे जोश में थे। कप्तान नहीं हैं, लेकिन टीम का दिल और आत्मा अब भी वही हैं।
RCB का सफर: 2008 से शुरू हुआ RCB का सफर अब जाकर सफल हुआ है। इस टीम की कहानी हार, मस्ती, मज़ाक और मेम्स की रही है। लेकिन इस बार ना कोई ग्लैमर था, ना क्रिस गेल जैसा तूफान – बस टीम वर्क और जज़्बा था।
हीरो बने ये खिलाड़ी: ऑस्ट्रेलिया के जोश हेज़लवुड, भारत के अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और यश दयाल जैसे साधारण लेकिन भरोसेमंद गेंदबाज़ों ने जीत की नींव रखी।
यह रात सिर्फ विराट कोहली के लिए नहीं, RCB के हर फैन के लिए सपना सच होने जैसी थी। कोहली की आंखों से छलकते आंसू ये कह रहे थे “अब चैन की नींद सो सकता हूँ।”
