भारत का खंडन – सीजफायर में अमेरिकी भूमिका नहीं !

रियाद में आयोजित सऊदी-अमेरिका इन्वेस्टमेंट फोरम में राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार को माध्यम बनाकर सीजफायर में मध्यस्थता की। उन्होंने कहा, “मैंने दोनों देशों से कहा, चलो दोस्तों, एक डील करते हैं। कुछ व्यापार करते हैं। परमाणु मिसाइलों का व्यापार नहीं करते, बल्कि उन चीजों का व्यापार करते हैं, जिन्हें आप इतनी खूबसूरती से बनाते हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने ट्रम्प के दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच हुई बातचीत में व्यापार का कोई जिक्र नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का निर्णय द्विपक्षीय स्तर पर हुआ है, जिसमें किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं रही
कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि ट्रम्प के दावे पर सरकार की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पूछा, “क्या पीएमओ को यह स्वीकार्य है कि ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान की तुलना की और प्रधानमंत्री मोदी की तुलना नवाज शरीफ से की?पाकिस्तान ने सीजफायर का स्वागत करते हुए कहा कि वह क्षेत्रीय शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देगा। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि अगर भारत की ओर से कोई भी उल्लंघन हुआ, तो उसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।
