नई दिल्ली: एक बार फिर पाकिस्तान का दोहरा रवैया दुनिया के सामने आ गया है। हाल ही में पाकिस्तानी सेना ने एक जनाजे के दौरान मौजूद व्यक्ति को धर्मगुरु बताया था, लेकिन जांच में सामने आया कि वह कोई मौलवी नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी है। पाक सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि वायरल तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति एक साधारण राजनीतिक कार्यकर्ता और धार्मिक प्रचारक है। उन्होंने उसका पहचान पत्र (ID कार्ड) भी दिखाया। लेकिन जांच में सामने आया कि वह व्यक्ति हाफिज अब्दुर रऊफ है, जिसे अमेरिका ने ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया हुआ है। अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट के अनुसार, हाफिज अब्दुर रऊफ लश्कर-ए-तैयबा और उससे जुड़े संगठनों के लिए चंदा इकट्ठा करता रहा है। पाकिस्तान ने उसे वेलफेयर विंग इंचार्ज बताकर दुनिया को धोखा देने की कोशिश की। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पाकिस्तान आतंकियों को संरक्षण देता है और उन्हें धार्मिक या राजनीतिक संगठन के नाम पर बचाने का प्रयास करता है। पाकिस्तान की यह साजिश अब दुनिया के सामने उजागर हो चुकी है।