वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर बढ़ा विवाद, जंतर-मंतर पर मुस्लिम संगठनों का विरोध प्रदर्शन

वक्फ विधेयक 2024 को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर बड़ा प्रदर्शन किया, जिसमें कई मुस्लिम संगठनों ने हिस्सा लिया। AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस सांसद इमरान मसूद भी इस विरोध में शामिल हुए। समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी इस बिल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी इस बिल के खिलाफ अभियान चलाएगी और मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह मुस्लिम समुदाय की आवाज दबाना चाहती है।
सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी और जियाउर्रहमान बर्क ने भी इस बिल का विरोध किया और इसे मुसलमानों के खिलाफ बताया। विधेयक को लेकर मोदी सरकार का कहना है कि इससे वक्फ की कार्यप्रणाली पारदर्शी और जवाबदेह बनेगी। लेकिन विपक्षी दलों का आरोप है कि इससे मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन होगा।
यह बिल 8 अगस्त 2023 को लोकसभा में पेश किया गया था और जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) के पास भेजा गया। विपक्षी दलों का कहना है कि उनकी मांगों और सुझावों को नजरअंदाज किया गया। अब वे इस बिल को संसद में पास नहीं होने देंगे। मुस्लिम संगठन भी इसे मुस्लिम अधिकारों पर हमला बता रहे हैं और खुलकर विरोध में उतर आए हैं।
