एसडीएम के ऊपर महिला ने लगाया दुर्व्यवहार का आरोप, सच या झूठ?

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक ऐसी शर्मनाक घटना सामने आई है जहां एक महिला ने एसडीएम के ऊपर उसके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। दरअसल, सकतपुर गांव की रहने वाली एक महिला ने बताया की उनके गाँव में जमीनी विवाद चल रहा है, और इस संबंध में उन्होंने पहले तहसील दार से शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद इसकी शिकायत दर्ज करवाने 6 मार्च को एसडीएम भानपुर के कार्यालय पहुंची थी। आगे उन्होंने बताया की एसडीएम आशुतोष तिवारी ने उनकी बात सुनने की बजाय उनके साथ दुर्व्य वहार किया और जाति सूचक जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया और उसके बाद उन्हें कार्यालय से भगा दिया। महिला का आरोप है की कि एसडीएम ने उन्हें धमकी भी दी थी।
महिला ने घटना के बाद 7 मार्च को जिला अधिकारी बस्ती, महिला आयोग उत्तरप्रदेश, जनसुनवाई पोर्टल, एससी/ एसटी आयोग से लेकर मुख्यमंत्री तक एसडीएम आशुतोष तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने, तहसील से हटाने और सख्त कारवाही की मांग के साथ अपनी सुरक्षा की भी गुहार लगाई है। इस घटना के चलते दलित समुदाय आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोगों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। आगे आपको बात दें की इस मामले के तहत जब भारत की बात टीम ने मामले की जानकारी के लिए उन्हे संपर्क करना चाहा तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। वहीं जिला अधिकारी बस्ती रवीश गुप्ता ने बताया है कि मामला संज्ञान में आया है जिसकी जांच मुख्य राजस्व अधिकारी बस्ती CRO से कराई जा रही हैं जांच के बाद आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
अब सवाल यह उठता है कि जनता के रक्षक ही अगर बन जाएंगे भक्षक तो किस्से लगाई जाएगी न्याय की गुहार। क्या महिला को न्याय मिलेगा? क्या एसडीएम के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी, या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह दबा दिया जाएगा? इस घटना से पूरे जिले में गहमागहमी बढ़ गई है, और लोग प्रशासन की अगली कार्रवाई पर नजर गड़ाए हुए हैं।