दिल्ली लाल किले बम धमाका : मेट्रो स्टेशन का CCTV फुटेज जारी , धरती 40 फीट नीचे हिली , डॉ. उमर का बयान
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए धमाके ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। इस खौफनाक घटना का वीडियो फुटेज सामने आया है , जिसमें साफ नजर आ रहा है कि धमाका इतना तेज था कि जमीन लगभग 40 फीट तक हिल गई। यह घटना इतनी शक्तिशाली थी कि आसपास के इलाकों में भय का माहौल बन गया।
सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि धमाके के तुरंत बाद आसपास के क्षेत्रों में भारी कंपन और धूल का गुबार फैल गया। मेट्रो स्टेशन के अंदर लगे कैमरों ने भी इस शक्तिशाली विस्फोट की पुष्टि की है। यद्यपि मेट्रो स्टेशन पूरी तरह अंडरग्राउंड है , फिर भी इस धमाके का असर दीवारों , खंभों और दुकानों के शटर तक महसूस किया गया। फूड शॉप्स में रखे सामान जैसे बोतलें , पैकेट और काउंटर पर रखी वस्तुएं कंपन के कारण हिलने लगीं। फुटेज में कुछ मिनट पहले तक सामान्य स्थिति में खड़े लोग अचानक सहमे हुए नजर आते हैं , और फिर कुछ सेकंड में ही वे घबराकर भागने लगते हैं। स्टाफ भी आतंकित होकर बाहर की ओर दौड़ रहा है।
यह धमाका सड़क के ऊपर हुआ था , लेकिन इसकी तीव्रता का प्रभाव सीधे नीचे चल रहे मेट्रो स्टेशन पर पड़ा। यह घटना दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। अधिकारियों ने इसे आतंकवादी हमला मानते हुए जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली के इस हादसे के साथ ही , कश्मीर के श्रीनगर में भी एक भयावह धमाका हुआ। नौगाम थाने में हुए इस विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में अधिकतर पुलिसकर्मी हैं , जिन्हें तुरंत ही इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार , यह धमाका फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक सामग्री के नमूने लेने के दौरान हुआ , जिसमें अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। धमाका इतना तेज था कि आसपास की कई घरों की खिड़कियां टूट गईं और इलाके में दहशत फैल गई।
दिल्ली और श्रीनगर दोनों धमाकों को एक दूसरे से जोड़कर देखा जा रहा है। दिल्ली धमाके के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हैं। जांच में यह भी पता चला है कि दिल्ली के धमाके की तरह ही धमाका हुआ था। वीडियो फुटेज में दिख रहे दृश्य और राहत कार्य की तस्वीरें इस बात का संकेत हैं कि यह घटना आतंकवादी गतिविधि हो सकती है।
दिल्ली में धमाके के तुरंत बाद ही अधिकारियों ने सुरक्षा बढ़ा दी है। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) ने लाल किले को 15 नवंबर तक बंद करने का फैसला लिया है। इस कदम का मकसद है कि किसी भी खतरे को नियंत्रण में लाया जा सके और जांच में सहायता मिल सके।
यह घटना शहर और देश दोनों के लिए चिंताजनक है। सुरक्षा एजेंसियों ने आपसी समन्वय बढ़ाते हुए जांच तेज कर दी है। इस तरह की घटनाएं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं और इनसे निपटने के लिए सतर्कता और त्वरित कार्रवाई जरूरी है। अभी जांच जारी है और आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही इस घटना के पीछे के मास्टरमाइंड का पता चल जाएगा। – Report by : वंशिका माहेश्वरी



