असम में दिल्ली धमाके को लेकर कार्रवाई , 15 गिरफ्तार
असम में दिल्ली धमाके के मामले को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में अब तक कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि यह कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि बुधवार और गुरुवार को विभिन्न जिलों से और गिरफ्तारियां हुई हैं , जिनमें से अधिकांश आरोपियों का संबंध सोशल मीडिया पोस्ट्स से है।
सीएम सरमा ने स्पष्ट किया कि बुधवार रात को अतिरिक्त गिरफ्तारियां की गई हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट (एक्स पर) कहा , “ दिल्ली धमाके के बाद आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के सिलसिले में अब तक असम भर में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ” इनमें से कुछ नाम भी बताए गए हैं , जैसे रफीजुल अली (बोंगाईगांव) , फरीद उद्दीन लश्कर (हैलाकांडी) , इनामुल इस्लाम (लखीमपुर) , फिरुज अहमद उर्फ पापोन (लखीमपुर) , शाहिल शोमन सिकदर उर्फ शाहिदुल इस्लाम (बारपेटा) , रकीबुल सुल्तान (बारपेटा) , नसीम अकबर (होसाई) , तसलीम अहमद (कामरूप) और अब्दुर रहीम मोल्ला उर्फ बैप्पी हुसैन (दक्षिण सालमारा)। ये गिरफ्तारियां उन आरोपियों के खिलाफ हुई हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर धमाके का स्वागत करते हुए पोस्ट डाली थी।
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि असम पुलिस किसी भी तरह की हिंसा का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि सोशल मीडिया पर धमाके का समर्थन करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। साथ ही , उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नाबालिगों या उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा , जिन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनके उपकरणों का इस्तेमाल इस तरह की पोस्ट के लिए किया गया है।
सरमा ने यह भी बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों से अब तक 35 लोगों की पहचान की गई है। इनकी जांच की जा रही है और यदि किसी का संबंध बांग्लादेश या किसी अन्य देश से पाया गया , तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी आरोपियों के सोशल मीडिया पोस्ट का स्क्रीनशॉट सुरक्षित कर लिया गया है , और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
सीएम ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने पहले जुबीन क्षेत्र में सरकार विरोधी प्रदर्शन किए थे , वे अब सोशल मीडिया पर दिल्ली धमाके का स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इन लोगों को बख्शेगी नहीं। यह कार्रवाई सरकार की सख्ती और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के प्रयास का हिस्सा है।
यह कार्रवाई उस समय हुई है जब सोमवार शाम को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक सिग्नल पर एक धीमी गति से चल रही कार में हुए भीषण विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। इस घटना के तुरंत बाद से ही देश की जांच एजेंसियां आतंकी नेटवर्क को खंगालने में लगी हैं। यह धमाका देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक चुनौती बन चुका है , और असम सरकार भी सोशल मीडिया पर फैल रही ऐसी नफरत और हिंसा को रोकने के लिए तत्पर है।
असम सरकार की यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर हिंसा और आतंक का समर्थन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का कहना है कि कानून के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। सरकार की यह पहल सोशल मीडिया पर हो रहे नफरत और हिंसा के प्रसार को रोकने के प्रयास का हिस्सा है, ताकि देश में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
यह मामला अभी भी जांच के चरण में है और सरकार की नजरें उन सभी आरोपियों पर हैं जिन्होंने सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर देश के माहौल को खराब करने की कोशिश की है। – Report by : वंशिका माहेश्वरी



