विराट कोहली का 37वां जन्मदिन : क्रिकेट के शिखर से विश्व विजेता बनने तक का प्रेरणादायक सफर
आज , 5 नवंबर को भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान और आधुनिक दौर के महान बल्लेबाज विराट कोहली अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं। दो दशक से भी अधिक लंबे करियर में कोहली ने क्रिकेट की दुनिया में कई ऐसे कीर्तिमान स्थापित किए हैं , जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुके हैं। उन्होंने अपनी मेहनत , जुनून और निरंतरता से न केवल भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है , बल्कि खेल के प्रति अपने अनूठे अंदाज से विश्व क्रिकेट में भी अपनी अलग पहचान बनाई है।
विराट कोहली ने 2011 विश्व कप में अपने वनडे करियर की शुरुआत बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाकर की थी। यह उनके करियर का अहम मोड़ था , जिसने उन्हें भारतीय क्रिकेट का अगला बड़ा सितारा बना दिया। अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर वह जल्द ही टीम के प्रमुख बल्लेबाज बन गए। कोहली ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत भी शानदार तरीके से की , और 2011 में ही अपने पहले ही मैच में शतक जड़कर इतिहास रच दिया।
कोहली ने अपने करियर में अनेक रिकॉर्ड बनाए हैं , जो उन्हें क्रिकेट इतिहास में विशिष्ट स्थान दिलाते हैं। 10 सितंबर 2023 को पाकिस्तान के खिलाफ , उन्होंने अपने वनडे करियर का 13 ,000वां रन पूरा किया। यह मुकाम हासिल करने वाले वह सबसे तेज बल्लेबाज बने , उन्होंने केवल 278 मैचों में यह उपलब्धि प्राप्त की। इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था , जिन्होंने 321 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी।
विराट कोहली का नाम सबसे ज्यादा शतक जड़ने वालों की लिस्ट में भी शामिल है। उन्होंने 50 वनडे शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया है , जो अब तक का सबसे उच्चतम आंकड़ा है। खास बात यह है कि 2023 विश्व कप के दौरान , उन्होंने सचिन तेंदुलकर (49 शतक) को पीछे छोड़ते हुए , इस फॉर्मेट में शतकों का अर्धशतक पूरा करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
कोहली का औसत 57.71 के साथ , 14,255 रन (305 मैचों में) बनाने का रिकॉर्ड है , जो उनकी निरंतरता और विश्वसनीयता का प्रतीक है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से यह साबित किया है कि वह न सिर्फ रन बनाने में माहिर हैं , बल्कि दबाव में भी अपने खेल का स्तर बनाए रखते हैं।
टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद , कोहली ने इस फॉर्मेट में दूसरा सबसे ज्यादा अर्धशतक (39) बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। वह पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बाबर आजम के बाद दूसरे स्थान पर हैं। उनकी बल्लेबाजी की यह स्थिरता उन्हें दुनिया का सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बनाती है।
विराट कोहली ने कप्तान के रूप में भी भारतीय टीम को नई दिशा दी। उन्होंने 2011 विश्व कप के बाद , टेस्ट , वनडे और टी20 के तीनों प्रारूपों में 213 मैचों में कप्तानी की। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में टेस्ट सीरीज जीती और टीम को नई आक्रामकता दी। भले ही कोहली ने कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती हो , लेकिन उनकी कप्तानी में भारत ने कई ऐतिहासिक जीतें हासिल की हैं।
विराट कोहली सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं हैं , बल्कि भारतीय क्रिकेट की नई पहचान हैं। उनकी फिटनेस , जुनून और निरंतरता ने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। रन बनाने की क्षमता के साथ – साथ , दबाव में खड़े रहने की उनकी क्षमता भी उन्हें खास बनाती है। कोहली का क्रिकेट के प्रति प्यार और समर्पण उन्हें एक प्रेरणा बनाता है , और उनका सफर आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल है।
आज के दिन , जब विराट कोहली अपने 37वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं , तो हम उनके अद्भुत करियर और उपलब्धियों का सम्मान करते हैं। उनका जीवन और खेल का सफर यह दिखाता है कि यदि जुनून और मेहनत से काम किया जाए , तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती। विराट कोहली का नाम क्रिकेट इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा , और उनकी कहानी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। – Report by : वंशिका माहेश्वरी



