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कौशांबी में फर्जी गैंगरेप का मुकदमा, महिला और तीन आरोपियों की गिरफ्तारी, पुलिस ने किया खुलासा

 कौशांबी में फर्जी गैंगरेप का मुकदमा, महिला और तीन आरोपियों की गिरफ्तारी, पुलिस ने किया खुलासा
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कौशांबी: कौशांबी जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने गैंगरेप का झूठा मुकदमा दर्ज कर एक महिला और तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला तब उजागर हुआ जब पुलिस ने जांच के दौरान पता लगाया कि 27 सितंबर को दर्ज किया गया मामला पूरी तरह से फर्जी था, जिसे जमीन और पुरानी रंजिश के कारण रचा गया था। एसपी राजेश कुमार ने प्रेसवार्ता कर इस पूरे प्रकरण का खुलासा किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

मामले का संक्षेप में विवरण और जांच प्रक्रिया

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सैनी थाना क्षेत्र में एक महिला ने जुबैर और पप्पू के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप दर्ज कराया था। लेकिन, जांच के दौरान पुलिस को मामला संदिग्ध लगा। सर्विलांस टीम की सहायता से जुबैर का मोबाइल लोकेशन निकाली गई, जो सिराथू स्थित एक अस्पताल का था, जहां वह अपने 5 साल के बच्चे का इलाज करा रहा था। इससे स्पष्ट हो गया कि आरोप झूठे हैं और मामला फर्जी था।

इस जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उक्त षड्यंत्र में महिला की हीरामनी सरोज, जिला पंचायत सदस्य शेर मोहम्मद उर्फ शेरू, गुन्ना बाबा (फकीर बख्श), उनके दो बेटों मोहम्मद हसन और मोहम्मद हुसैन, तथा महिला का भतीजा अर्जुन शामिल थे। यह साजिश पुरानी रंजिश और लालच के कारण रची गई थी।

पुरानी रंजिश और षड्यंत्र का मकसद

पुलिस ने खुलासा किया कि जुबैर और गुन्ना बाबा के बीच पुरानी रंजिश थी, क्योंकि जुबैर ने एक बार गुन्ना बाबा की शिकायत की थी। वहीं, महिला का भतीजा अर्जुन भी इस षड्यंत्र में शामिल था। महिला हीरामनी सरोज ने अपने लालच में आकर आरोपी पप्पू और जुबैर के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया। आरोप है कि महिला ने आरोपियों को फंसाने के लिए लगभग साढ़े आठ लाख रुपये नकद, पांच लाख रुपये और जमीन का लालच भी दिया था।

गिरफ्तारी और न्याय प्रक्रिया

पुलिस ने इस साजिश को भांपते हुए महिला हीरामनी सरोज, जिला पंचायत सदस्य शेर मोहम्मद उर्फ शेरू, मोहम्मद हसन, और अर्जुन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि फर्जी मुकदमों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और यदि कोई व्यक्ति फर्जी केस दर्ज कराता है तो उसे भी कानून के तहत जेल भेजा जाएगा। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

एसपी का संदेश और चेतावनी

एसपी राजेश कुमार ने कहा कि यह मामला पूरी तरह से फर्जी और षड्यंत्र था, जिसे जमीन और पुरानी रंजिश के कारण रचा गया। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अब झूठा मुकदमा दर्ज करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “यदि कोई भी व्यक्ति किसी पर फर्जी मुकदमा दर्ज करता है और वह फर्जी साबित होता है, तो उसे भी उसी धाराओं में जेल भेजा जाएगा। हम ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

प्रभाव और आगे की कार्रवाई

यह घटना कौशांबी जिले में कानून व्यवस्था और न्याय प्रक्रिया पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को जेल भेजा है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। समाज में इस तरह के फर्जी मामलों को लेकर जागरूकता बढ़ाने और सख्त कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

कौशांबी जिले में इस फर्जी गैंगरेप केस का खुलासा एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जो साबित करता है कि पुलिस अब फर्जी मामलों को गंभीरता से ले रही है और दोषियों को कठोर सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस घटना से यह भी सीख मिलती है कि पुरानी रंजिश और लालच जैसी बातें समाज में नई समस्याएं पैदा कर सकती हैं, और ऐसे मामलों को समय रहते उजागर करना आवश्यक है।

आगामी कदम

पुलिस ने सभी संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच आगे बढ़ा दी है। साथ ही, पीड़ितों को कानूनी सहायता और सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया है। इस मामले में सभी दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है।

समाज और प्रशासन के लिए संदेश

यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि झूठे आरोप लगाने वाले और रंजिश के कारण फर्जी मुकदमे रचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस और प्रशासन का प्रयास है कि न्याय व्यवस्था को मजबूत बनाते हुए समाज में शांति और सुरक्षा कायम रहे।

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