बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले संविदा कर्मियों का मुद्दा गरमाया
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले संविदा कर्मियों का मुद्दा तेज हो गया है। बुधवार को पटना में अपने अधिकार और नौकरी की मांग कर रहे संविदा कर्मियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। ये कर्मी कई दिनों से गर्दनीबाग में धरना दे रहे थे।
राहुल गांधी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “रोजगार मांगने पर लाठी मिलती है, अधिकार की जगह अत्याचार मिलता है। बिहार के युवा इस सरकार को उसकी असली जगह दिखाएंगे।”
संविदा कर्मियों का आरोप है कि सरकार ने बिना नोटिस के उनकी नौकरी खाली कर दी है। करीब 7000 कर्मियों को 3 सितंबर को नौकरी से हटा दिया गया था। वे पिछले 26 दिनों से गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हैं। बुधवार को वे बीजेपी कार्यालय पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की। इस दौरान कई कर्मी घायल हो गए।
बिहार सरकार ने महासर्वे अभियान चलाया था, जिसमें भूमि सुधार और राजस्व विभाग के कर्मी काम कर रहे थे। सरकार ने कहा कि इन कर्मियों ने काम में सहयोग नहीं किया, इसलिए इन्हें नौकरी से हटा दिया गया है। संविदा पर काम कर रहे इन कर्मियों की मांग है कि फिर से नौकरी पर बहाल किया जाए।
युवा और कर्मचारी सरकार की इस कार्रवाई से नाराज हैं। उनका कहना है कि वे अपने हक के लिए लंबे समय से शांतिपूर्ण तरीके से धरने पर थे, लेकिन जब वे बात करने आए तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।



