लाठीचार्ज के खिलाफ ABVP के साथ कड़ी हुई सपा छात्र सभा
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के रामस्वरूप विश्वविद्यालय में छात्रों पर पुलिस के लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों ने गत मंगलवार को पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसके दौरान पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने गुंडों के साथ मिलकर छात्रों पर जानलेवा हमला किया और उनके साथ ज्यादती की।
इससे पहले, लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर भी ABVP कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में लॉ डिग्री की मान्यता नहीं है और विश्वविद्यालय छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
विरोध के दौरान कई छात्रों को हिरासत में लिया गया, और पुलिस ने इको गार्डन में उन्हें खदेड़ दिया। इस प्रकरण पर कई राजनीतिक नेताओं और छात्र संगठनों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष आर्यन मिश्रा ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया और घायल छात्रों का हाल जाना। वहीं, कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने भी घायलों से मिलकर पुलिस की कार्रवाई की निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद और पार्टी के अन्य नेताओं ने भी घायल छात्रों का हाल जाना और निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है, और इस तरह की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है।
यह मामला अब राजनीति और छात्र राजनीति के बीच गर्मागर्म बहस का विषय बन गया है, और छात्रों की सुरक्षा तथा उनके अधिकारों की रक्षा की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है।



