अटेली कटकई में दहेज हत्या: ललिता केस ने समाज को झकझोरा, कब मिलेगा बेटियों को इंसाफ?
हरियाणा : दहेज लेना या देना सिर्फ़ ग़लत नहीं, अपराध है। शादी प्यार और भरोसे से चलती है, पैसों और गाड़ियों से नहीं। दहेज के नाम पर बेटियों की ज़िंदगी बर्बाद करना इंसानियत पर सबसे बड़ा धब्बा है। अब वक्त है कि हम सब मिलकर दहेज की प्रथा को खत्म करें। पहले निक्की, फिर संजू और अब ललिता। भारत में हर दिन एक नया केस अपने साथ एक नया दर्द लेकर आता है।
आज का मामला है हरियाणा के अटेली कटकई गाँव का। यहाँ ललिता, जिसकी शादी 2021 में हुई थी, अपने सपनों के साथ ससुराल आई थी। लेकिन तीन साल की बेटी और दो साल के बेटे की माँ ललिता को दहेज के लिए जहर पिला दिया गया। ससुराल वाले लंबे समय से मारपीट करते थे, गाड़ी की डिमांड करते थे। जब माँग पूरी नहीं हुई, तो उन्होंने ललिता को पहले पीटा और फिर जहर दे दिया। इतना ही नहीं उसके मायके फोन करके कहा गया, “तुम्हारी बेटी की तबीयत खराब है, हम उसे रेवाड़ी अस्पताल लेकर जा रहे हैं।”
लेकिन सच तब सामने आया जब ललिता को होश आया। उसने खुद बयान दिया कि “मेरे पति, सास और ससुर ने मुझे पीटा और जहर दिया।”
अब बड़ा सवाल यह है
- क्यों बेटियाँ ही बार-बार इस दहेज की बलि चढ़ रही हैं?
- क्यों समाज चुप है जब बेटियाँ घर, स्कूल और शादी के बाद भी सुरक्षित नहीं हैं?
- और कब ऐसे अपराधियों को फांसी जैसी सख़्त सज़ा मिलेगी?



