एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया, अखिलेश यादव और संजय राउत की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली : एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। इस फैसले पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और शिवसेना (उद्धव गुट) नेता संजय राउत ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उपराष्ट्रपति का पद खाली है और नया उपराष्ट्रपति चुना जाएगा, यह अच्छी बात है। लेकिन उन्होंने जोड़ा कि इस पर इंडिया ब्लॉक को बैठकर फैसला करना होगा।
अखिलेश ने कहा, “राजनाथ सिंह वरिष्ठ नेता हैं और उत्तर प्रदेश से आते हैं। अगर बातचीत की जरूरत होगी तो हम बात करेंगे, लेकिन हमारी राजनीतिक लाइन स्पष्ट है।”
उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग जानबूझकर पिछड़ी जातियों के वोट काटता है और मीडिया में यह दिखाया जाता है कि उन्हें समर्थन मिल रहा है। अखिलेश ने कहा, “2017 में आयोग ने कई अधिकारियों को हटाया था, लेकिन 2019, 2022 और 2024 में एक भी अधिकारी नहीं हटाया गया। इसका मतलब साफ है कि चुनाव आयोग भाजपा की ज्यादा सुनता है।”
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि छिबरामऊ के एक भाजपा विधायक ने अपने बूथ पर 400 फर्जी वोट डलवाए थे, जिनमें से सपा ने 200 से ज्यादा फर्जी वोट हटवाए। उन्होंने यह भी कहा कि बूथ स्तर के अधिकारियों और पीठासीन अधिकारियों की नियुक्ति जाति के आधार पर नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने ममता बनर्जी के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि “जब दीदी हारी थीं, तब चुनाव आयोग सीधे थाना प्रभारी और पुलिस अधिकारियों से बात कर रहा था।”
शिवसेना (उद्धव गुट) का रुख
इस बीच, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सी.पी. राधाकृष्णन की उम्मीदवारी का खुले मन से स्वागत करती है।
संजय राउत ने कहा, “हमें खुशी है कि वे उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। इससे पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे शंकर दयाल शर्मा उपराष्ट्रपति बने थे और बाद में राष्ट्रपति भी बने। जब भी महाराष्ट्र से जुड़ा कोई व्यक्ति इस तरह के संवैधानिक पद पर चुना जाता है, तो हम स्वागत करते हैं।”
हालांकि राउत ने यह भी स्पष्ट किया कि राधाकृष्णन एनडीए के उम्मीदवार हैं और शिवसेना (उद्धव गुट) इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है, इसलिए समर्थन देने पर फैसला ब्लॉक स्तर पर होगा।