यूपी विधानसभा में हंगामा: निष्कासित विधायक राकेश प्रताप सिंह का सपा नेताओं पर गंभीर आरोप

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में बुधवार को उस समय हंगामा मच गया, जब समाजवादी पार्टी (सपा) के निष्कासित विधायक राकेश प्रताप सिंह ने सपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए।
पीठ को धमकाने का आरोप
राकेश प्रताप सिंह ने सदन में कहा कि सपा नेताओं ने अधिष्ठाता पीठ को धमकी दी कि अगर उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया तो बवाल होगा। उन्होंने इसे पीठ का अपमान करार दिया।
उनके आरोप लगाते ही सपा के कई विधायक विरोध में बोलने लगे, जिससे सदन का माहौल गरमा गया।
“धमकी का जवाब धमकी से मिलेगा”
आरोपों के बीच राकेश प्रताप सिंह ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “धमकी मत दो, धमकी का जवाब धमकी से दिया जाएगा।” उन्होंने सवाल उठाया कि मनोज पांडेय, अभय सिंह और वह खुद सदन में निर्दलीय विधायक की भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन सत्ता पक्ष उन्हें अभय सिंह के साथ जोड़ने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने चुनौती दी कि अगर अभय सिंह ने कोई समर्थन पत्र दिया है, तो उसे सदन में पेश किया जाए।
कमाल अख्तर ने कराया मामला शांत
सपा के मुख्य सचेतक कमाल अख्तर के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी।
राजा भैया का बयान
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) ने स्पष्ट किया कि उनका दल और तीनों निर्दलीय विधायक—मनोज पांडेय, अभय सिंह और राकेश प्रताप सिंह—न तो सत्ता पक्ष के साथ हैं और न ही सपा के साथ। उन्होंने कहा, “हम लोग सदन में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं, कुंठित विपक्ष की नहीं।”